रायपुर. एक कहावत है जितना मोटा पेट, उतना बड़ा सेठ… लेकिन अब इसके मायने बदल गए हैं. जिनता मोटा पेट उतनी बीमारियों का गेट…. कुछ ऐसा ही हाल भारत में दिखने लगा है. एक रिपोर्ट के अनुसार मोटापा एक वैश्विक समस्या बनी हुई है. दुनिया भर में, करीब 800 मिलियन लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं.
बात करें प्रदेश की तो नेशनल सर्वे की रिपोर्ट कहती है कि छत्तीसगढ़ में 55.4 फीसदी महिलाएं मोटापे का शिकार हैं. ये महिलाएं इतनी ज्यादा मोटी हैं कि इनका ये मोटापा जोखिम भरा साबित हो सकता है. वहीं करीब 44 फीसदी पुरुष भी जोखिम भरे मोटापे की समस्या का सामना कर रहे हैं. पांच साल में 18 फीसदी पुरुष और 20 फीसदी महिलाओं में मोटापा बढ़ा है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र अमेरिका (सीर्डीसी) की रिपोर्ट है कि वयस्क मोटापे की दर 20 प्रतिशत से ज्यादा है. वहीं WHO के अनुसार कैंसर के चार निरोध्य कारणों में से मोटापा एक है.
200 देशों में वयस्क और बच्चे मोटापे से पीड़ित
वल्र्ड ओबेसिटी फेडरेशन ने भारत समेत दुनियाभर के 200 देशों में वयस्कों और बच्चों के मोटापे को लेकर की गई स्टडी के नतीजे जारी किया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 8 साल में भारत की भी 7 करोड़ वयस्क आबादी मोटापे के दायरे में होगी. इस रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया का एक भी देश ऐसा नहीं है, जो 2025 तक WHO के मोटापे के मानकों पर खरा उतरता हो.
ये हैं प्रमुख कारण
- ज्यादा तनाव
- एक्स्ट्रा फैट वाला खाना
- व्यायाम या सक्रियता में कमी
- फास्टफूड की बढ़ती खपत
- मोबाइल-टीवी को ज्यादा वक्त देना
- ज्यादा समय तक वाहनों में यात्रा करना
नेचुरल तरीके से घटाएं मोटापा
वजन कम करने में जीरा, धनिया और अजवायन लाभदायक है. वजन घटाने में आंवला लाभदायक है. कम फैट वाले दूध का प्रयोग करें, अच्छी भूख लगने पर ही खाना खाएं, हल्दी का सेवन, पुदीना का इस्तेमाल, सौंफ का सेवन के साथ मोटापे से मुक्ति के लिए पत्तागोभी का सेवन किया जा सकता है.