ढेंकानाल, उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने के कारण लाचेन घाटी की तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आई. इस बाढ़ में लापता हुए 23 जवानों में एक उड़िया सैनिक भी शामिल है. लापता जवान ढेंकनाल जिले के कामाख्यानगर ब्लॉक अंतर्गत केंदुधिपा के सरोज कुमार दाश के है. दास ढेंकनाल जिले के कामाख्यानगर अंतर्गत केंदुधिपा गांव के निवासी हैं. वह 2012 में भारतीय सेना के कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई) विंग में भर्ती हुए थे और हवलदार के रूप में कार्यरत थे.

सरोज सेना की उस टीम का हिस्सा थे जिसके लापता होने की सूचना मिली है. इस खबर ने सरोज के परिवार को सदमे में डाल दिया है. बाढ़ के अलाके में अभी लापता जवानों की तलाशी अभियान जारी है. उनके लापता होने की खबर से इलाके में मातम छा गया है. परीजन दुआ मांग रहे हैं कि वे जिंदा और सलामत घर वापस आ जाएं.

कल रात को आखरी बार हुई थी बात

सरोज के छोटे भाई मनोज ने फोन पर बताया कि , “हमें टीवी पर समाचारों के माध्यम से सिक्किम में विनाशकारी बाढ़ के बारे में पता चला. इससे हम चिंतित हो गए क्योंकि हम भैया से फोन पर संपर्क नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने हमें आखिरी बार कल रात करीब 10 बजे फोन किया था. बाद में, हमें उनके युनिट से एक फोन आया, यूनिट ने बताया कि वह उन 23 सैनिकों में से थे जो अभी लापता हैं. उन्होंने हमें धैर्य रखने का आश्वासन दिया और कहा कि बचाव अभियान जारी है.”

हाल ही में हुआ था प्रमोशन

सरोज ने आखिरी बार कल अपने घर पर कॉल करके अपने प्रमोशन के बारे में बताया था. और वे अब 15 दिनों के प्रशिक्षण पर थे. बता दें कि लापता जवान सरोज की शादी सिर्फ 7 महीने पहले हुई है. दो महीने पहले ही वे घर आए था और बाद में अपनी ड्यूटी पर वापस चले गए थे.

दूसरी ओर, सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है. जबकि सेना के 23 जवान अभी भी लापता हैं. लापता सेना के जवानों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है. इस बीच रक्षा अधिकारियों ने कहा कि रुक-रुक कर हो रही बारिश और तूफान के कारण बहे हुए सैनिकों को बचाने के प्रयासों में बाधा आ रही है.