भुवनेश्वर, 5/10: सिक्किम की विनाशकारी बाढ़ में लापता ओडिया जबान का शव आज दोपहर को बरामत हुआ है. उनके परिवार ने वीडियो कॉल के जरिए जवान की शव की पहचान की है. 3 अक्टुबर को सिक्किम में अचानक से आई बाढ़ में सरोज और इनके साथी 22 जबान बाढ़ के पानी में बह गए थे. तब से आज तक बचाव कार्य जारी है. आज होपहर को सरोज दास का शव रेस्क्यु टीम को मिला है.

मात्र 7 महीने पहले हुई थी शादी

शहीद सरोज दास, केंदुदीप गांव के रामचंद्र दास और दुहिता दास के छोटे बेटे हैं. वे 2011 में सेना में शामिल हुए थे. एक हबलदार के रूप में सेना के तकनीकी विभाग में कार्यरत थे. मात्र 7 महीने पहले उनकी शादी हुई थी. वह पश्चिम बंगाल में काम करने के दौरान 15 दिन पहले घर आये थे. घर से लौटने के बाद उनकी पोस्टिंग सिक्किम में हुई थी. उनकी टीम वहां बाढ़ पीड़ितों लोगों को बचाने में लगी हुई थी.

मंगलवार रात को हुई थी आखरी बात

मंगलवार की रात उसने अपने बड़े भाई मनोज को फोन कर बाढ़ की स्थिति के बारे में भी बताया था. उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण बचाव कार्य ठीक से नहीं हो सका. थोड़ी बात करने के बाद उसने सुबह फोन करने की बात कही थी. उनके भाई ने सुबह उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन कनेक्ट नहीं हो पा रहा था. बाद में टिवी पर देखने के बाद उनके घर वालो को सरोज के लापता होने का पता चला. सरोज की शव बरामत होने के बाद उनके घर परिवार में मातम छाया हुआ है.

परिजनों पर टूटा दुखों का पाहाड़

बता दें कि कल जब से सरोज की लापता होने की खबर मिली थी तब से परिवार के सदस्य दुआ कर रहे थे कि सरोज जहां भी हों सही सलामत होें और जल्द घर वापस आ जाएं. पर आज सरोज की शव मिलने के बाद पुरा परिवार पर दुखों का पाहाड़ टूट पड़ा है.

कम से कम 14 लोगों की मौत

गौरतलब है कि रोस्क्यू टीम ने कहा कि बाढ़ में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है जबकि 102 लोग अभी भी लापता हैं. रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि लापता लोगों की तलाश अभी जारी है. हालांकि, रुक-रुक कर हो रही बारिश और तूफान के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है.

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की है और स्थिति का जायजा लिया है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.