Odisha Breaking News: आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में आए ओडिशा के बीजद नेता वीके पांडियन ने सक्रिय राजनीति से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर बीजद कार्यकर्ताओ से माफी भी मांगी है. बता दें कि कल ही ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ये कहा था कि वीके पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं है.

बता दें कि 2024 के चुनावों से पहले, वीके पांडियन ने घोषणा की थी कि यदि नवीन पटनायक छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने में असफल रहते हैं, तो वह सक्रिय राजनीति छोड़ देंगे. कहा जा रहा है कि पार्टी की चुनावी हार के बाद पांडियन बीजद के भीतर निशाने पर थे. हाल ही में, युवा बीजद नेताओं ने भुवनेश्वर में संखा भवन में आयोजित एक बैठक के दौरान पांडियन और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ खुलेआम नारे लगाए थे.

एक मीडिया रिपोर्ट में  वरिष्ठ पत्रकार प्रसन्ना मोहंती के हवाले से बताया गया है कि “यह ओडिशा की राजनीति और बीजद के भीतर एक बड़े नाटक का अंत है. अंततः, वीके पांडियन ने राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है. उन्होंने छह महीनों में बीजद में सबसे ताकतवर व्यक्ति बन गए थे. पांडियन के पास बीजद छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.

 हालांकि बीजद अध्यक्ष ने पांडियन को क्लीन चिट देने की कोशिश की, लेकिन ऐसा प्रतीत हुआ कि वह लिखित पटकथा पढ़ रहे थे. पांडियन को एहसास हुआ कि ओडिशा अब उनके लिए सुरक्षित नहीं है.”

 मोहंती ने कहा कि ओडिशा में लगभग 80 से 90 प्रतिशत लोग पांडियन के खिलाफ हैं. वे विभिन्न कारणों से अपनी आवाज नहीं उठा पाए. अब जब पार्टी सत्ता से बाहर हो गई है, वरिष्ठ नेता अब सामने आ रहे हैं और पांडियन के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं.

वीडियो में क्या कहा पांडियन ने ?

अपने वीडियो बयान में, पांडियन ने कहा, “मेरा राजनीति में शामिल होने का उद्देश्य नवीन बाबू की सहायता करना था और अब मैं जानबूझकर सक्रिय राजनीति से हटने का निर्णय ले रहा हूं. अगर मैंने इस यात्रा में किसी को आहत किया है तो मुझे खेद है. अगर मेरे खिलाफ इस अभियान की कहानी का बीजद की हार में कोई भूमिका है तो मुझे खेद है. मैं पूरे बीजू परिवार से माफी मांगता हूं.”