भूवनेश्वर। ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने शुक्रवार को विभिन्न विभागों को डेंगू और अन्य वेक्टर जनित रोगों (वीबीडी) की रोकथाम और नियंत्रण के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों के माध्यम से उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
विभिन्न विभागों को लिखे पत्र में ओडिशा के मुख्य सचिव आहूजा ने कहा कि डेंगू और अन्य वीबीडी के कारण होने वाली रुग्णता और मृत्यु दर को कम करने के लिए तत्काल नियंत्रण और रोकथाम के उपाय सबसे महत्वपूर्ण हैं. “मानसून और मानसून के बाद की अवधि के दौरान डेंगू और मलेरिया जैसे वेक्टर जनित रोगों (वीबीडी) का प्रकोप बढ़ने की संभावना है. कभी-कभार बारिश होने से भी मामलों में अभूतपूर्व वृद्धि हो सकती है. इसके अलावा डेंगू अपने तेजी से फैलने और संभावित गंभीरता के कारण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है. डेंगू से निपटने के लिए हर स्तर पर समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है,” पत्र में कहा गया है.
आवास और शहरी विकास विभाग को वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के लिए निवारक उपायों की योजना बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के समन्वय में शहरी टास्क फोर्स टीमों और नियमित शहरी निकाय बैठकों का गठन करने के लिए कहा गया है. शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में साप्ताहिक रूप से सफाई अभियान का दिन तय किया जाना चाहिए तथा कार्यस्थल पर पानी के ठहराव को रोकने के लिए अप्रयुक्त टायरों, पुराने मोटर वाहनों का प्रबंधन किया जाना चाहिए. साथ ही अन्य उपाय भी किए जाने चाहिए.
स्कूल और जन शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल और कक्षा में प्रधानाध्यापकों और स्कूल प्रिंसिपलों के माध्यम से स्कूली बच्चों को जागरूक करें. स्कूल में वेक्टर जनित बीमारियों और उनके निवारक उपायों पर चर्चा की जानी चाहिए. अधिकारियों को मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को खत्म करने के लिए उचित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और आवासीय स्कूलों के छात्रों द्वारा प्लास्टिक की थैलियों, कपों, कंटेनरों, नारियल के छिलकों को हटाने और मच्छरदानी का उपयोग करने के लिए कहा गया है.
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