नई ​दिल्ली। ओडिशा में कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को भंग कर दिया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने रविवार को ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग करने का ऐलान किया.

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ओपीसीसी को भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें पीसीसी अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों और कार्यकारी समिति के अलावा जिला, प्रखंड और मंडल स्तर की कांग्रेस कमेटी, संगठनों, विभागों, प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से पूर्ण रूप से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

इसके साथ ही ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी समिति, जिला/ब्लॉक/मंडल कांग्रेस समितियां, फ्रंटल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ तत्काल प्रभाव से भंग कर दिए जाएंगे. साथ ही कहा गया है कि नए जिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति होने तक मौजूदा अध्यक्ष, कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे. अब तक शरत पटनायक ओडिशा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे.

कांग्रेस ने 2019 में विधानसभा में अपनी सीटों की संख्या में सुधार किया और 2024 में 14 सीटें हासिल कीं, लेकिन पार्टी का वोट शेयर घटकर 13.26% रह गया, जो 5 साल पहले 16.3% था. इस दौरान लोकसभा चुनावों में पार्टी अपनी एकमात्र कोरापुट सीट बचाने में सफल रही और उसका वोट शेयर 2019 के 14% के मुकाबले घटकर 12.52% रह गया.