भुवनेश्वर : चक्रवात ‘दाना’ के ओडिशा में आने की संभावना को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार स्थिति से निपटने और तूफान के प्रभाव को कम करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

उपमुख्यमंत्री के वी सिंह देव ने सोमवार को कहा कि ओडिशा सरकार के पास सबसे अच्छी आपदा प्रबंधन नीति है। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियां ​​किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग आसन्न चक्रवाती तूफान के मद्देनजर स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार के सामने प्राथमिकता प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करना है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी चक्रवाती तूफान के प्रभाव में जल आपूर्ति, बिजली वितरण और संचार प्रणाली आमतौर पर बुरी तरह प्रभावित होती है। उन्होंने कहा, “इसलिए हमारी प्राथमिकता बिजली आपूर्ति की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करना है।” सिंह देव ने कहा कि सभी सब-स्टेशनों और ग्रिड प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, खासकर तटीय जिलों में, जो चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है।

कृषि क्षेत्र का जिक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्थिति का जायजा ले रही है और राज्य भर में विभिन्न एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा कर रही है। चूंकि राज्य के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, इसलिए खड़ी फसलें प्रभावित हो सकती हैं, उन्होंने कहा कि व्यापक नुकसान को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। इसी तरह, किसानों को धान को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सलाह दी गई है।

इस बीच, कटक का जिला प्रशासन चक्रवात से निपटने के लिए कमर कस रहा है। कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊ साहेब शिंदे ने कहा कि बांकी, आठगड और कटक शहर में एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की पांच टीमें तैनात की जाएंगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी या अधिक कीमत वसूलने से रोकने के लिए बाजारों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, उन्होंने कहा कि प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।