Odisha News: भुवनेश्वर. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कंधमाल जिले के फूलबनी में 100 सीटों वाले सरकारी मेडिकल कॉलेज और 650 बेड वाले अस्पताल का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने जिले के विकास के लिए लगभग 750 करोड़ रुपये की 10 विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ और शिलान्यास किया. इनमें 655 करोड़ रुपये से अधिक की 5 परियोजनाओं का उद्घाटन और 94 करोड़ रुपये से अधिक की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के शुरू होने से कंधमालवासियों की लंबे समय से चली आ रही बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की मांग पूरी हुई है. यह संस्थान न केवल चिकित्सा शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देकर कंधमाल और आसपास के क्षेत्रों में बड़ा बदलाव लाएगा. यह पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक नया अध्याय शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि यह अस्पताल न केवल कंधमाल, बल्कि नयागढ़, बौद्ध और कालाहांडी जैसे पड़ोसी जिलों के लोगों को भी लाभ पहुंचाएगा. यह स्थानीय रोजगार, अनुसंधान और आर्थिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ को लागू किया, जिसे पहले राजनीतिक कारणों से रोका गया था. इससे ओडिशा के साढ़े तीन करोड़ लोग देश के 29,000 निजी अस्पतालों में मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे. इसके साथ ही राज्य सरकार की ‘गोपबंधु जन आरोग्य योजना’ और ‘आयुष्मान भारत वयो बंदना योजना’ को एकीकृत कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इन योजनाओं से राज्य के 80% से अधिक लोग लाभान्वित होंगे.

उन्होंने कहा कि पिछले 24 वर्षों में स्वास्थ्य ढांचे की अनदेखी की गई थी, जिसे अब सुधारने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का काम तेजी से चल रहा है. अगले एक साल में ओडिशा में डॉक्टरों की कमी को दूर किया जाएगा और हर अस्पताल में आवश्यक डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी. इस साल के बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 23,635 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो कुल बजट का 8.2% है और यह राज्य के इतिहास में सबसे अधिक है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 100 सीटों वाला मेडिकल कॉलेज कंधमाल और आसपास के युवाओं के लिए चिकित्सा शिक्षा का नया द्वार खोलेगा. यहां से स्नातक होने वाले चिकित्सा विशेषज्ञ भविष्य में न केवल ओडिशा, बल्कि पूरे देश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्होंने चिकित्सा छात्रों से “मानव सेवा ही माधव सेवा” को जीवन का मंत्र मानकर इस संस्थान को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का आह्वान किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कंधमाल के प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर दारिंगबाड़ी को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सरकार विशेष प्रयास कर रही है. दारिंगबाड़ी के विकास के लिए 18 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गई है और पुटुडी झरने के विकास के लिए 4.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं. जिले के अन्य पर्यटन स्थलों को भी उन्नत किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे.
आदिवासी कल्याण और भूमि अधिकार
मुख्यमंत्री ने बताया कि कंधमाल की 54% आबादी आदिवासी समुदाय से है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आदिवासी कल्याण के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. जंगल जमीन अधिकार कानून के तहत पिछले छह महीनों में 20,000 से अधिक व्यक्तिगत पट्टे प्रदान किए गए हैं. सरकार ने नीतिगत निर्णय लिया है कि राज्य में कोई भी भूमिहीन नहीं रहेगा और तीन डेसीमल से कम जमीन वालों को भी जमीन दी जाएगी. विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTG) को जंगल जमीन अधिकार देकर ओडिशा ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हासिल की है.
750 करोड़ रुपये की परियोजनाओं में ग्रामीण पेयजल, मेगा पाइप जल आपूर्ति, स्कूल ढांचा उन्नयन, पर्यटन केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, सड़क निर्माण, मिशन शक्ति बाजार और बहुउद्देश्यीय सामुदायिक केंद्र शामिल हैं. इनसे जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और बुनियादी ढांचे में सुधार होगा.
विकसित ओडिशा का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार 2036 तक समृद्ध ओडिशा और 2047 तक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम कर रही है. शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे में उत्कृष्टता हासिल करने का लक्ष्य है. स्वच्छ पेयजल, गुणवत्तापूर्ण बिजली, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और परिवहन सुविधाएं सभी के लिए उपलब्ध होंगी, विशेष रूप से समाज के सबसे निचले तबके तक ये सुविधाएं पहुंचेंगी.