कोरापुट। वरिष्ठ राजनेता और पूर्व सांसद जयराम पांगी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं, क्योंकि ओडिशा के कोरापुट जिले की एक अदालत ने उनके ड्राइवर की शिकायत पर उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.

उनके ड्राइवर गोपालकृष्ण जेना की ओर से दायर शिकायत के अनुसार, पूर्व सांसद ने कथित तौर पर पेट्रोल पंप और गैस डिपो के लिए उनसे 87 लाख रुपये उधार लिए थे. 33 लाख रुपये प्राप्त करने के कुछ दिनों बाद, पांगी ने जेना को ब्याज के रूप में 1 लाख रुपये का भुगतान किया था. हालांकि जब बाकी पैसे नहीं मिले, तो जेना ने नयागढ़ उप-विभागीय मजिस्ट्रेट की अदालत का रुख किया. इस मामले में पांगी को कोर्ट से जमानत मिल गई.

इसके बाद कोरापुट के पोट्टांगी की अदालत ने पांगी को नयागढ़ अदालत में पेश होने का निर्देश दिया, लेकिन उपस्थित नहीं हो सके. इसलिए कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया. पोट्टांगी पुलिस स्टेशन को 3 मई, 2023 को पांगी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया था.

बताया जा रहा है कि, पूर्व सांसद पांगी ने राहत के लिए ओडिशा उच्च न्यायालय का रुख किया था, लेकिन मामला वापस नयागढ़ जिला अदालत में भेज दिया गया था. इसके बाद पोट्टांगी पुलिस स्टेशन को इस साल 4 मार्च को गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया गया. आरोप का खंडन करते हुए पांगी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने जेना से कुछ भी नहीं लिया था, लेकिन वह एक गवाह थे, जब उनके ड्राइवर ने एक कर्जदार को पैसे दिए थे, जो अब इस दुनिया में नहीं है. चूंकि कर्जदार जीवित नहीं है, पांगी ने कहा कि वह वैसे भी पहले उसे पैसे देगा क्योंकि लेन-देन उसकी उपस्थिति में हुआ था.

बता दें कि अतीत में कई बार पार्टियों में जाने के बाद जयराम पांगी आखिरकार दिसंबर 2023 में कांग्रेस में शामिल हो गए. इससे पहले वह हैदराबाद में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) में शामिल हुए थे. पांगी पहले बीजू जनता दल (बीजेडी) के टिकट पर कोरापुट से लोकसभा सांसद चुने गए थे. 2019 में, पांगी ने बीजद को छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए.