Odisha News: भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन और संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज को फल से पुरी का दौरा करने और रथयात्रा के शेष अनुष्ठानों की निगरानी करने का निर्देश दिया है. यह जानकारी यहां जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है. इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री माझी ने उन्हें नीलाद्रि बिजे के पूरा होने तक पुरी में सक्रिय रूप से मौजूद रहने की सलाह दी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की गुंडिचा यात्रा के बाकी अनुष्ठान व्यवस्थित और सुचारू रूप से आयोजित किए जाएं और भक्तों को कोई असुविधा न हो.
पंजीकरण सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच
मुख्यमंत्री उस दिन सुबह 11 बजे से सुनवाई में शामिल होंगे. जो लोग मुख्यमंत्री की सुनवाई में अपनी शिकायतें दर्ज कराना चाहते हैं, उनका पंजीकरण उसी दिन सुबह 8 चजे से दोपहर 12 बजे के बीच किया जाएगा. अधिसूचना में लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी शिकायतों की सुनवाई के लिए प्रकोष्ठ में अपना नाम दर्ज कराएं. प्रत्येक सोमवार की होने वाली मुख्यमंत्री की जन सुनवाई पिछली 8 जुलाई को बंद कर दी गई थी, क्योंकि राज्य सरकार ने रथयात्रा के कारण इसे अवकाश घोषित कर दिया था. गौरतलब है कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री माझी ने 1 जुलाई को जन सुनवाई फिर से शुरू की थी. माप्ती ने 16 वर्षों के बाद राज्य में इस प्रथा को पुनर्जीवित किया.
आज से फिर शुरू करेंगे जनसुनवाई
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी 15 जुलाई से भुवनेश्वर में निर्धारित स्थल पर जन सुनवाई. शुरू करेंगे. सामान्य प्रशासन एवं लोक शिकायत (जीएएंडपीजी) विभाग फिर से द्वारा शनिवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि जन शिकायतों की सुनवाई शहर में यूनिट थी में मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में होगी.