बलांगीर: मंगलवार को बलांगीर जिले के खैरगुडा गांव में प्रसिद्ध आदिवासी त्योहार ‘सुलिया जात्रा’ धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ शुरू हो गया है. सुलिया जात्रा के मौके पर आदिवासियों ने पारंपरिक हथियारों के साथ जुलूस निकाला है. त्योहार के बाद जानवरों की सामूहिक बलि दी जाएगी.
इस त्योहार की रस्म के अनुसार, सुलिया तीर्थ पर जानवरों की सामूहिक बलि दी जाती है. त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाएं रखने के लिए दो प्लाटून की तैनाती की गई है. Read More – जल्द वेब सीरीज में नजर आएंगे किंग खान के बेटे Aryan Khan, शाहरुख के जीवन पर बनेगी सीरीज …
सूत्रों के मुताबिक जुलूस मंगलवार तड़के शुरू हुआ है. जुलूस के मंदिर पहुंचने के बाद, मुख्य पुजारी ने अनुष्ठान के एक हिस्से के रूप में ऊपर के पत्तों से बनी पोशाक पहनी और भक्तों को ‘अन्न भोग’ दिया और पशु बलि की रस्म शुरू की. विभिन्न स्थानों से लोग दरगाह पर पहुंचे और बलि के लिए बकरे और मुर्गियां जैसे जानवरों की पेशकश की है. Read More – नन्हीं परी को संभालते नजर आई Rubina Dilaik, एक्ट्रेस ने बॉडीकॉन हाई-स्लिट ड्रेस में दिखाया अपना फिगर …
सुप्रीम कोर्ट द्वारा सामूहिक बलि प्रथा पर लगी रोक हटाए जाने के कारण आदिवासी समुदाय के लोग इस त्योहार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं. इसके अलावा, पुलिस ने त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए व्यवस्था की है.
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