Odisha News: भुवनेश्वर. ‘माझी राज’ में महिलाओं की सुरक्षा गंभीर संकट में है. ओडिशा में दिन हो या रात, घर से बाहर निकलना अब डरावना हो गया है. पिछले 10 महीनों में राज्य के विभिन्न थानों में 4,500 से अधिक दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं, यानी औसतन प्रतिदिन 15 महिलाएं इस जघन्य अपराध का शिकार हो रही हैं. गंजम, खोरधा, कंधमाल, बलांगीर और मयूरभंज जैसे जिलों में दुष्कर्म की घटनाएं विशेष रूप से अधिक दर्ज की गई हैं.

कुछ मामलों में आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में अपराधी अभी भी खुले में घूम रहे हैं. पुलिस की कार्रवाई और सजा में देरी के कारण आरोपी बच निकलने में सफल हो रहे हैं.

पिछले 72 घंटों में नाबालिगों के खिलाफ गैंगरेप, हत्या और अपहरण की घटनाओं ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है. दो दिन पहले ब्रह्मपुर के गोलंथरा थाना क्षेत्र में चार व्यक्तियों द्वारा दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने राज्य को स्तब्ध कर दिया. इसी तरह, बरगढ़ सदर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई. एक अन्य मामले में, मामा के घर जा रही एक नाबालिग को गंभीर हालत में सोहेला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई.

संबलपुर में एक पुलिस कर्मी पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने का गंभीर आरोप लगा है, जिसके बाद संबलपुर पुलिस ने संबंधित कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया है. भद्रक जिले के पीरहाट थाना क्षेत्र के कनिसाही और हरिपुर गांव से दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण की घटना में पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगा है. अपहर्ताओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवारों ने थाने के सामने आत्महत्या की चेतावनी दी है.

इसी तरह, आज केंडुझर जिले के आनंदपुर उपखंड के रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ दो सगे भाइयों द्वारा दुष्कर्म की खबर ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है.