भुवनेश्वर : खंडपड़ा के तहसीलदार धोबेई नायक, जो ओडिशा के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (ओएएस) हैं, को मंगलवार को सतर्कता अधिकारियों ने मुर्रम से लदे वाहन को छोड़ने के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उनके एक सहयोगी को भी उनके तहसीलदार की ओर से पैसे लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

बुधवार को सतर्कता विभाग के एसपी डॉ. श्रवण विवेक एम. ने बताया, “कल रात ओडिशा सतर्कता दल को मोर्चे के कर्मियों से एक शिकायत मिली, जिसमें कहा गया था कि तहसीलदार ने उनका ट्रक अपने पास रख लिया है, जिसमें वे पैसे लेकर जा रहे थे। उनसे वाहन को जब्त करने के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत मांगी गई।”

शिकायत सतर्कता दल तक पहुंची और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं के तहत तुरंत मामला दर्ज किया गया। श्रवण ने कहा, “शिकायतकर्ता ने तुरंत सतर्कता टीम से संपर्क किया और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तथा अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।”

उन्होंने आगे कहा, “रिश्वत की राशि एजेंट और तहसीलदार के सहयोगी को दी गई, जिन्होंने पैसे एकत्र किए, जिसके बाद तहसीलदार और एजेंट दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।” तहसीलदार के पास तीन संपत्तियां थीं, जिनकी भी तलाशी ली गई। “उनकी तीन संपत्तियों- एक किराए की, एक खुद की और एक उनके माता-पिता की तलाशी ली गई।” सतर्कता मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है।