भुवनेश्वर (ओडिशा)। ओडिशा में बालासोर के पास हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर सियासत गरमाने लगी है. कांग्रेस ने हादसे के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री अश्निनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की है. वहीं दूसरी ओर ओडिशा सरकार की ओर से हादसे में मरने वालों की वास्तविक संख्या 288 की जगह 275 बताई गई है.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से रेल हादसे की तस्वीर साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है कि आप रेल मंत्री से इस्तीफा कब लेंगे. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी हादसे पर ट्वीट कर मोदी सरकार से सवाल किया कि रेलवे में 3 लाख़ पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो PMO भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया?
पोप फ्रांसिस ने हादसे पर जताया शोक
ओडिशा में हुए भीषण रेल हादसे की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई दे रही है. अमेरिका, रूस के राष्ट्राध्यक्षों के बाद आज क्रिश्चयन धर्म गुरु पोप फ्रांसिस ने दुर्घटना को लेकर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले भारत में हुए ट्रेन हादसे में घायलों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. परमपिता परमात्मा सभी दिवंगतों की आत्माओं का अपने राज्य में स्वागत करें.
मरने वालों की संख्या में आई कमी
ओडिशा सरकार में मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या 275 है न कि 288. जिलाधिकारी द्वारा आंकड़ों की जांच में पाया गया कि कुछ शवों की गिनती दो बार की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 किया गया है. 275 में से 88 शवों की पहचान की जा चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई याचिका
ओडिशा रेल हादसे की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ पैनल बनाया जाए, जो बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच करे. इसके साथ ही जनहित याचिका में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रभाव से भारतीय रेलवे में स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली (जिसे कवच सुरक्षा प्रणाली कहा जाता है) के कार्यान्वयन के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग भी की गई है.
अनाथ बच्चों की शिक्षा का खर्चा उठाएगा अडाणी समूह
ओडिशा में रेल हादसे की वजह से अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने की घोषणा कारोबारी गौतम अडाणी ने की है. गौतम अडाणी ने ट्वीट कर कहा कि उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं. हमने फैसला लिया है कि जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है, उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा. पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है.
नवीन पटनायक ने पीएम से की बातचीत
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और उन्हें ट्रेन दुर्घटना की ताजा स्थिति खासकर घायल यात्रियों के इलाज के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विभिन्न अस्पतालों में 1175 मरीज भर्ती हुए, जिनमें से 793 लोगों को छुट्टी दे दी गई है. ज्यादातर घायल मरीजों की हालत स्थिर है.। वर्तमान में 382 यात्रियों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. प्रधानमंत्री ने संकट के दौरान त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री और ओडिशा सरकार को धन्यवाद दिया.
रेलवे बोर्ड सदस्य ने दी हादसे की जानकारी
रेलवे बोर्ड ने प्रेस कॉन्फेंस कर हादसे के संबंध में जानकारी दी. संचालन व्यवसाय विकास सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि रेलवे ने हादसे के बाद सबसे पहले राहत और बचाव कार्य किया, उसके बाद मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. बहानागा स्टेशन पर 4 लाइने हैं. इसमें 2 मेन लाइन है. लूप लाइन पर एक मालगाड़ी थी. स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिला था. दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रही थी. प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है. घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल आई थी.