लखनऊ। यूपी सरकार ने बाल भिक्षावृति को रोकने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई है। प्रदेश सरकार ने विशेष अभियान के तहत बाल भिक्षुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्हें मुख्य धारा में लाने का निर्णय लिया है। यूपी सरकार ने बाल भिक्षुओं को शिक्षा की नई दिशा के लिए प्रेरित कर रही है. वहीं उनके माता-पिता को रोज़गार देने का कार्य भी कर रही है.
प्रतिभा सिंह ने समाजसेवी के रुप में अपने घर को स्कूल में तब्दील कर दिया है. वहीं भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ते हुए उनको मिड डे मील की सुविधा भी मुहैया करा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे करीब 118 बच्चों को शिक्षित कर उनका दाखिला कान्वेंट स्कूल में करा चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से झुग्गी-झोपड़ी व मलिन बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों के बच्चों व उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिससे धीरे-धीरे बाल भिक्षुओं के कदम शिक्षा की दिशा में बढ़ने लगे। बाल भिक्षुओं के हाथों में किताब थमाने वाली प्रतिभा ने बताया कि पिछले सात सालों से मैं जरूरतमंद परिवारों व बच्चों के भविष्य को संवारने का काम कर रही हूं.