नई दिल्ली . भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में दूसरी बार की सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं. एजेंसी ने उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ की. केंद्रीय एजेंसी ने तीसरी बार पुछताछ के लिए उन्हें 21 मार्च को तलब किया.

ईडी ने कविता को आज (21 मार्च) फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है. बता दें कि इसी शराब घोटाले में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. ईडी ने बीआरएस की एमएलसी कविता से दूसरी बार पूछताछ की है. पहली बार ने उनसे 11 मार्च को सवाल जवाब किए थे. उसके बाद उन्हें दोबारा 16 मार्च को बुलाया था, लेकिन इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले का हवाला देकर वह पेश नहीं हुई थीं.

ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने की उनकी दलील खारिज करते हुए 20 मार्च को पेश होने को कहा था. ईडी जांच रोकने की मांग वाली कविता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने का फैसला 24 मार्च को करेगा.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी एवं विधान परिषद की सदस्य 44 वर्षीय कविता से इस मामले में सबसे पहली बार 11 मार्च को करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई थी. इसके बाद उन्हें 16 मार्च को फिर से तलब किया गया था, लेकिन वह मामले में ईडी की कार्रवाई के खिलाफ राहत के अनुरोध को लेकर उच्चतम न्यायालय में दायर अपनी याचिका के लंबित रहने का हवाला देते हुए पेश नहीं हुई थीं.

ईडी ने 11 मार्च को पूछताछ के दौरान उनका सामना हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई से करवाया था. इस समूह पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की घूस देने का आरोप है, जिसका कथित तौर पर गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया गया था. पिल्लई ने कथित तौर पर कहा है कि वह कविता के सहयोगी थे. ईडी ने पिछले सप्ताह बुधवार को बीआरएस एमएलसी के पूर्व ऑडिटर और साउथ ग्रुप के सदस्य बुच्ची बाबू का बयान दर्ज किया था.

कविता ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और आरोप लगाया कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है, क्योंकि वह तेलंगाना में पीछे के दरवाजे से प्रवेश नहीं कर सकी.