रायपुर. आज झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर राजभवन सचिवालय के अधिकारियों-कर्मचारियों ने नक्सल हिंसा में शहीद हुए जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारी, सुरक्षाबलों के जवान और अन्य भाई-बहनों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन धारण किया. साथ ही नक्सलवाद और सभी प्रकार की हिंसा के विरूद्ध शपथ ली.
इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने राज्य में अहिंसा और सहनशीलता पर दृढ़ विश्वास रखते हुए, नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने की निष्ठापूर्वक शपथ ली. साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य को पहले की तरह शांति का टापू बनाने के लिए दृढ़संकल्पित रहने की शपथ ली.
अधिकारी कर्मचारी रहे मौजूद
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, उपसचिव दीपक कुमार अग्रवाल, नियंत्रक हरबंश मिरी, डॉ. रूपल पुरोहित और डॉ. शिशिर साहू सहित राजभवन सचिवालय के समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.
9 साल पहले हुआ था नरसंहार
बता दें कि आज से 9 साल पहले बस्तर के दरभा इलाके में स्थित झीरम घाटी में एक बड़ा नरसंहार हुआ था. कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को नक्सलियों ने निशाना बनाया था. जिसमें कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व खत्म हो गया था. शहीद होने वालों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, तत्कालीन पीसीसी चीफ नंद कुमार बघेल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, समेत कांग्रेस के कई पदाधिकारी और जवान शामिल थे.
इस घटना को लेकर आज प्रदेशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. सीएम भूपेश बघेल ने भी आज जगदलपुर में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही झीरम मेमोरियल का उद्घाटन भी किया. वहीं परिसर पर 100 फीट ऊंचा तिरंगा भी लहराया.
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