सत्यपाल राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर पूरे प्रदेश में कर्मचारियों ने अपनी दो सूत्रीय मांग केंद्र के समान मंहगाई भत्ता व गृह भाड़ा भत्ता के लिए 5 दिवसीय आंदोलन का शंखनाद आज किया. इस आंदोलन में लगभग 5 लाख शासकीय अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए. प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में सरकारी कामकाज पूर्ण रुप से ठप रहा है. फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा व प्रमुख प्रवक्ता विजय झा ने कहा कि आज कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का आंदोलन पूर्ण रुप से 100 प्रतिशत सफल रहा. सभी शासकीय कार्यालयों में सरकारी कामकाज पूर्ण रुप से ठप रहा.
छत्तीसगढ़ के सभी संभागों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर संभाग प्रभारी पीआर यादव, दुर्ग संभाग प्रभारी राजेश चटर्जी, रायपुर संभाग प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी, अंबिकापुर संभाग प्रभारी ओंकार सिंह व बस्तर संभाग प्रभारी कैलाश चैहान ने बताया कि सभी संभागों में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले 5 दिवसीय आंदोलन के प्रथम दिन सभी शासकीय कार्यालयों में सरकारी कामकाज पूर्ण रुप से ठप रहा है.
रायपुर राजधानी के संचालनालय व इंद्रावती भवन में संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में आज सुबह 9 बजे से इंद्रावती के मुख्य द्वार पर संचालनालयीन अध्यक्ष रामसागर कौशले, संतोष वर्मा, सत्येन्द्र देवांगन, सुभाष श्रीवास्तव, देबाशीष दास एवं अन्य पदाधिकारियों ने इंद्रावती भवन के प्रत्येक कार्यालय का निरीक्षण किया एवं पूर्ण रुप से कार्यालयों को बंद कराया गया.
राजधानी के बूढ़ापारा धरना स्थल समेत प्रदेश के प्रांतीय मुख्यालय, सभी जिला ब्लाक मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों के संदर्भ में शासन का ध्यान आकर्षण कराया. फेडरेशन के इस धरना प्रदर्शन से पूरे प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में ताले लटकते रहे. छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, जिला संयोजक उमेश मुदलियार व जिला महासचिव राजेश सोनी ने बताया कि छग के इतिहास में यह पहला अवसर है कि कर्मचारियों को अपने मौलिक अधिकार मंहगाई भत्ता व गृहभाडा भत्ता के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है.
पदाधिकारियों ने कहा फेडरेशन ने कई चरणों के माध्यम से शासन का ध्यान आकृष्ठ कराया परंतु शासन ने कर्मचारियों की मांगों को अनसुना व अनदेखा कर दिया. इसके कारण पूरे प्रदेश में कर्मचारियों व अधिकारियों में रोष व्याप्त है. इसके कारण आज से कर्मचारी 5 दिवसीय अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने मजबूर हो गए. इसके बाद भी यदि कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं होती है तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने बाध्य होंगे.
पदाधिकारियों ने कहा रकार 1 जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक स्वीकृत होने वाले मंहगाई भत्ता को केंद्र के समान देय तिथि से राज्य सरकार द्वारा प्रभावशील नहीं किया गया है, जिसके कारण कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रत्येक माह हजारों रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है. राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को केंद्र से 12 प्रतिशत कम मंहगाई भत्ता दे रही है. इसी प्रकार गृहभाड़ा भत्ता छठवे वेतनमान के अनुरुप दिया जा रहा है जबकि यह सातवे वेतनमान के अनुरुप दिया जाना चाहिए.
फेडरेशन के आंदोलन मे मुख्य वक्ता के रुप में उमेश मुदलियार, जिला संयोजक कर्म.अधि.फेडरेशन, कमलेश तिवारी, रामचंद्र तांडी, हेमंत कुमार साहू, संजय सक्सेना, राकेश कुमार शेडे, डी. एल.चैधरी, मनोज दुबे, मनोज साहू, ओकार वर्मा, अश्विनी चेलक, अरुण साहू, अरुंधती परिहार, श्रीमती ममता गायकवाड़, लैलून भारद्वाज, जयश्री साहू एवं अन्य जिलाध्यक्षों ने उदबोधन दिया.
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