नेहा केशरवानी, रायपुर. कर्मचारियों का आंदोलन अब सरकार की पकड़ से फिसलता जा रहा है. कर्मचारी सरकार की मानने को तैयार नहीं है, वेतन काटने से लेकर तमाम प्रयास के बाद भी अब कर्मचारी मानने को तैयार नहीं. इनका साफ तौर पर कहना है कि महंगाई भत्ते में 6 प्रतिशत की बढोत्तरी मंजूर नहीं है. कर्मचारी 34 प्रतिशत डीए की मांग पर अडिग हं.

फेडरेशन से जुड़े 88 संगठनों ने साफ कह दिया है कि 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 6% महंगाई भत्ता बढ़ाने पर सहमति जताई थी. संघ के संयोजक ने इसे एक अफवाह बताया. सीएम ने कहा था कि फेडरेशन के लिए द्वार खुले हैं, पर हमारी कोई बात नहीं हुई है.

हर जिले में 22 अगस्त से हड़ताल

संगठनों का कहना है कि पिछले दिनों मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी मुख्यमंत्री से मिले थे, लेकिन हमारी कोई बात नहीं हुई है. संगठन का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में 22 अगस्त से अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसमें पहली मांग है कि केंद्र के समान 34% महंगाई भत्ता देय तिथि से मिले और दूसरी मांग है कि सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता मिले.

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