नई दिल्ली. सरकार की ओर से खाद्य तेल की कीमतों पर अंकुश की तैयारी के बीच इंडोनेशिया से बड़ी मात्रा में पाम तेल आने से जल्द ही इनकी कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है. तेल व्यापारियों का कहना है कि देश में खाद्य तेलों की उपलब्धता में सुधार होगा और आने वाले हफ्तों में उनकी कीमतों में कमी आ सकती है क्योंकि इंडोनेशिया ने भारत को दो लाख टन कच्चा पाम तेल भेज दिया है.
उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है सोमवार को भेजी गई खेप इस सप्ताह के अंत तक भारत पहुंच जाएगी और 15 जून तक खुदरा बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. ऐसे में कीमतों में गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को 15 जून के बाद मिलना शुरू हो जाएगा. घरेलू स्तर खाद्य तेल की कीमतों में वृद्धि से चिंतित, इंडोनेशिया ने 28 अप्रैल को पॉम के तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. बाद मेंप्रतिबंध 23 मई को समाप्त कर दिया.
साबुन-शैंपू के दाम घटेंगे
पाम ऑयल का इस्तेमाल खाने के साथ साबुन और शैंपू जैसे सौंदर्य प्रसाधनों में भी बड़ी मात्रा में होता है. ऐसे में यदि पाम ऑयल की कीमत में गिरावट आती है तो इन उत्पादों के दाम घटने तय हैं. हाल के दिनों में कई एफएमसीजी कंपनियों ने लागत बढ़ने की वजह से कीमतों में इजाफा किया था.
बिस्कुट और चॉकलेट सस्ते होंगे
बिस्कुट और चॉकलेट के साथ चिप्स और अन्य पैकेटबंद खाद्य पदार्थों में भी पाम ऑयल का इस्तेमाल होता है. इन उत्पादों के दाम पिछले एक साल में 25 से 30 फीसदी तक बढ़े हैं. कई कंपनियां फिर से सात से 10 फीसदी दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहीं थीं. अब इनके दाम घटेंगे.
घर की पेंटिंग की लागत घटेगी
पाम तेल का पेंट उद्योग में 23 फीसदी इस्तेमाल होता है. कीमतों पर अंकुश के लिए पेंट क्षेत्र में इसका इस्तेमाल घटाने की मांग हो रही थी. हालांकि, अब आयात शुल्क घटने और इंडोनेशिया से सस्ते पाम तेल के आयात से पेंट उद्योग की लागत भी घटेगी. इससे पेंट के दाम कम होंगे.