स्पोर्ट्स डेस्क. नागपुर के युवा तीरंदाज ओजस देवतले ने भारतीय टीम के लिए सीनियर वर्ग में शानदार डेब्यू किया. ओजस ने ज्योति सुरेखा वेनम के साथ मिलकर शुक्रवार को तुर्किये के अंताल्या में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप चरण एक में मिश्रित युगल इवेंट में तीन आसान जीत के साथ कंपाउंड वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया. इस जोड़ी ने फाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत के लिए दूसरा पदक पक्का कर दिया. अब स्वर्ण पदक के लिए भारतीय जोड़ी के सामने 12वीं वरीय चीनी ताइपे की जोड़ी की चुनौती होगी.

विश्व चैंपियनशिप की पूर्व रजत पदक विजेता ज्योति और ओजस की जोड़ी ने मलेशिया के फतिन नूरफतेह मेत सालेह और मोहम्मद जुवैदी माजुकी की जोड़ी को 157-154 से हरा कर फाइनल का टिकट कटाया. मिश्रित युगल में ज्योति और उनके 20 वर्षीय जोड़ीदार को क्वालीफाइंग में दूसरे स्थान पर रहने के कारण दूसरे दौर में बाई मिली. उन्होंने इसके बाद लक्समबर्ग और फ्रांस के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दो मैचों में जीत दर्ज की. भारतीय जोड़ी ने इन दोनों मैचों में सिर्फ एक अंक गंवाया. ज्योति और ओजस 16 निशाने में से सिर्फ एक बार 10 अंक वाले निशाने से चूके. उन्होंने प्री-क्वार्टर और क्वार्टर दोनों में संभावित 160 में से 159 अंक हासिल किए.

लक्समबर्ग ने 157 अंक बनाए, जबकि फ्रांस 156 अंक बनाने में सफल रहा. सेमीफाइनल में शुरुआती दो दौर में भारतीय और मलेशियाई टीम क्रमश: 39 और 40 अंक के साथ बराबरी पर थी. तीसरे दौर में ज्योति और ओजस की भारतीय जोड़ी ने मेत सालेह और जुवैदी माजुकी के 37 के मुकाबले 39 अंक बना कर बढ़त कायम की. ज्योति और ओजस ने इसके बाद चौथे दौर में भी 39 का स्कोर बना मुकाबला अपने नाम कर लिया. नागपुर के युवा तीरंदाज ने पिछले वर्ष सोनीपत में आयोजित सिलेक्शन ट्रायल में तीन विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए थे. ओजस रोजाना 10 घंटे अभ्यास करते हैं और उनका लक्ष्य 2028 में ओलम्पिक में देश का प्रतिनिधित्व करना है. वह बड़ा ताजबाग स्थित एजी स्पोर्ट्स एकेडमी में मोहम्मद जिशान से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.