सत्यपाल सिंह, रायपुर. राजधानी में ओला बाइक सर्विस शुरू होते ही विवादों से घिर गई है. ग्राहक ने ओला की बाइक ड्राइवर पर बदतमीजी और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए थाने में एफआईआर दर्ज कराया है. मामले में पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार करने के साथ मुचलके पर रिहा भी कर दिया, वहीं ओला कंपनी पर कार्रवाई करना तो दूर उसका नाम तक एफआईआर में जिक्र तक नहीं किया है.
पीड़ित दलदल सिवनी निवासी 17 वर्षीय धैर्य जैन ने बताया कि राजनांदगांव से शनिवार रात 9 बजे रायपुर पहुंचने के बाद घर जाने के लिए ओला बाइक बुक किया. रायपुर रेलवे स्टेशन के एक्सिवेटर के समीप जब ओला बाइक वाला पहुंचा तो उसके पास हेलमेट नहीं होने की वजह मैने उससे पूछकर ऑर्डर कैंसिल कर दिया, लेकिन इसके बाद वह बदतमीजी करने लग गया और मेरी गर्दन पकड़कर समीप दीवार में सिर को पटक दिया.
धैर्य ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर पुलिस वाले जब इलाज के लिए मुझे लेकर गए तो डॉक्टरों ने बताया कि सिर में गंभीर चोट है, और गले को दबाने की वजह से नाखून से छिला हुआ है. डीएसपी की उपस्थिति पर एक कांस्टेबल ओला बाइक ड्राइवर को पकड़कर थाना ले गया. मैं भी जीआरपी थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराया. वहीं पीडित की मां ने घटनाक्रम के लिए ओला कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कंपनी को ऐसे लोगों की भर्ती नहीं करनी चाहिए. कंपनी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
मामले को लेकर जीआरपी के जांच अधिकारी श्रीराम खूंटे ने बताया कि मामले हेलमेट नहीं होने पर प्रार्थी ने बुकिंग कैंसिल कर दिया, जिससे आक्रोशित होकर आरोपी चालक सूरज वर्मा ने गाली-गलौज करते हुए उसके धक्का दे दिया. प्रार्थी का सिर पोल से टकराने से उसको चोट आई. प्रार्थी की शिकायत पर आरोपी सूरज वर्मा पर धारा 323, 294 के तहत अपराध पंजीबद्ध करने के बाद जमानती अपराध होने के कारण जमानत पर रिहा कर दिया गया.