रायपुर.राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी रेल परियोजना डोंगरगढ़-कटघोरा रेल कॉरीडोर परियोजना से छत्तीसगढ़ के दो पुराने शहर कवर्धा और मुंगेली के साथ साथ जिले के कई गांव जुड़ने वालें हैं.कवर्धा और मुंगेली के रास्ते कटघोरा से डोंगरगढ़ तक नई रेल लाइन की एक और बाधा दूर हो गई है। रेल मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इस संबंध में रेल मंत्रालय का पत्र छत्तीसगढ़ सरकार को मिल भी गया है। इस रेल लाइन की लंबाई करीब 277 किमी होगी। इस पर 4821 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन इसके लिए संयुक्त उपक्रम बनाने की तैयारी में जुट गया है, ताकि फंड और लोन की व्यवस्था की जा सके।
छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन ने कोरबा,बिलासपुर,मुंगेली, कवर्धा और राजनांदगांव कलेक्टर को इस संबंध में पत्र लिखकर कहा है कि कटघोरा-डोंगरगढ़ रेल लाइन सर्वे का काम जल्द पूरा किया जाना है.कार्पोरेशन ने पत्र में इस परियोजना में शामिल होने वाले गांवों की सूची भी मुहैया कराई है और कहा है कि इन समस्त गांवों का नक्शा,खसरा और राजस्व रिकार्ड जल्द सर्वे के लिये उपलब्ध कराने के लिये कहा है.पत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरु कराने की बात भी कही गई है.मुंगेली जिले में जिन गांवों से ये रेल लाइन गुजरेगी,उनमें ठकुरीकापा, घुन्डूकापा,भुसुन्डी,धनगांव,पिथमपुर,खुजा,जोगीपुर,झूलनकला,चमारी,बिरगांव,देवगांव,सुरदा,मोहतरा,झगरहटा,चातरखार,चलान,बांकी, टिंगीपुर,तुलसीकापा,चमारी,केसतरा,बोधीपारा,फागूपारा,भीमपुरी,उसलापुर,नवापारा और भरेवा शामिल हैं.
रेल मंत्रालय ने 277 किमी की इस पूरी रेल लाइन को दो हिस्सों में मंजूरी दी है। पहला हिस्सा कटघोरा से करताला तक 22 किमी का है। दूसरा 255 किमी का होगा जो करतला से शुरू हो कर मुंगेली, कवर्धा और खैरागढ़ होते हुए डोंगरगढ़ तक जाएगी।छत्तीसगढ़ में अभी तीन से अधिक बड़े रेल प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। इनमें रावघाट और रेल कॉरिडोर मुख्य रूप से शामिल हैं। ये सभी बड़े प्रोजेक्ट राज्य सरकार पीपीपी मोड यानी पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप के जरिए बनवा रही है।
इस लाइन की मांग करीब 50 साल से की जा रही थी। इस परियोजना से राज्य के दो जिले कवर्धा और मुंगेली के साथ खैरागढ़ व कटघोरा समेत कई हिस्से रेल नेटवर्क में आ जाएंगे। दोनों जिले रेल नेटवर्क से फिलहाल पूरी तरह बाहर हैं। इस लाइन के चालू होने से राज्य की बड़ी आबादी को फायदा होगा।सरकार के ताजा फैसले से मुंगेली जिले के लोग बेहद खुश नजर आ रहे हैं।