लखनऊ. यूपी आवास विकास परिषद ने अयोध्या में 264.26 करोड़ रुपए से प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण का प्रस्ताव निरस्त कर दिया है. यह फ्लाईओवर अयोध्या-गोरखपुर मार्ग पर बनाया जाना था. इसकी जगह अंडरपास बनाया जाएगा. साथ ही आवास विकास की अयोध्या की नई आवासीय योजनाओं में आने वाले मंदिरों को भी नहीं तोड़ा जाएगा.

पुराने मंदिर स्थलों को भी योजना में समायोजित किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण की अध्यक्षता में बुधवार को आवास विकास परिषद की बोर्ड बैठक में कई निर्णय लिए गए. उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने 31 मई 2023 की बैठक में गोरखपुर-अयोध्या मार्ग पर करीब छह किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया था.

अचानक प्रस्ताव निरस्त

एनएचएआई ने निर्माण का प्रस्ताव आवास विकास को उपलब्ध करा दिया था. परिषद ने इसकी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान कर दी थी. एनएचएआई ने निर्माण के लिए आवास विकास से 264.26 करोड़ रुपए मांगे थे, लेकिन अब अचानक प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया.

फ्लाईओवर की जगह बनेगा अंडरपास

अपर आवास आयुक्त व सचिव डॉ. नीरज शुक्ला ने बताया कि फ्लाईओवर बनने से आवास विकास का काम नहीं हो पाएगा. इसकी जगह अंडरपास बनाया जाएगा. आवास विकास परिषद अयोध्या में शाहनवाजपुर माझा, शाहनवाजपुर उपहार, कुढ़ा केशवपुर माझा और कुढ़ा केशवपुर उपहार गांव की कुल 176.594ं1 हेक्टेयर भूमि ले रहा है.

मंदिरों को किया जाएगा समायोजित

इस योजना में कई पुराने मंदिर भी आ रहे हैं. बोर्ड बैठक में तय किया गया की धारा 28 के पहले जो भी मंदिर यहां बने थे, उन्हें मौके पर समायोजित किया जाएगा. इन्हें इस प्रकार समायोजित किया जाएगा ताकि स्वीकृत सड़कों के लेआउट तथा सर्विसेज में कोई बाधा उत्पन्न न हो.