लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से कहा कि वे सदन की मर्यादा में रखें और आसन को चुनौती न दें. ओम बिरला ने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से लाइन क्रॉस न करने की बात कही. उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी का कोई भी सदस्य, चाहे वह मंत्री ही क्यों न हो, हमें सदन की मर्यादा का ख्याल रखना है. उन्होंने यह भी कहा कि जब कार्यवाही रिकॉर्ड न जा रही हो, तब भी इस बात का ख्याल रखा जाए. बिरला ने कहा कि इस सदन की एक मर्यादा है. उच्च परंपरा और परिपाटी रही है. सभी लोगों से मेरा आग्रह है कि सदन में अपनी बात रखें, चर्चा में भाग लें, लेकिन ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करें जो संसद की मर्यादा और संसदीय परंपराओं के अनुकूल नहीं हो.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदस्य जितना सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा रखेंगे, उतना ही उनके क्षेत्र में उनकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी. ओम बिरला ने कुछ मंत्रियों की ओर इशारा किया केसी वेणुगोपाल के बोलते वक्त विपक्ष की बेंच की तरफ बढ़े थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप किया और कहा कि सदन की मर्यादा के खिलाफ किया गया कोई भी ऐक्शन कार्रवाई से हटा दिया जाएगा. ताकि सदन सुचारु रूप से चलाय जा सके.
इससे पहले स्पीकर ने फर्स्ट हॉफ में सदस्यों को 2 बार चेतावनी दी थी. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भाजपा सदस्य की भाषा पर सवाल उठाया था. इस पर ओम बिरला ने कहा था कि सदस्यों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि उनके किसी भी आचरण से सदन की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचे. इसके अलावा उन्होंने सदस्यों को यह भी सलाह दी कि वह आसन से बहस न करें.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा अगर सदन के अंदर उचित वक्तव्य नहीं दिया गया है तो माननीय अध्यक्ष उचित कार्रवाई जरूर करेंगे. इसके अलावा बजट पर चर्चा के दौरान TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने भी ओम बिरला पर सवाल उठाया था.
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