अनुच्छेद-370 हटने के पांच साल बाद अब जम्मू-कश्मीर को नई सरकार मिल गई है. नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में सीएम पद की शपथ ले ली है.

शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री दोपहर करीब 3 बजे सिविल सचिवालय में सभी प्रशासनिक सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

शपथ लेने वाले मंत्रियों में सकीना इटू, जावेद अहमद राणा, सुरिंदर चौधरी, जावेद अहमद डार और सतीश शर्मा शामिल हैं. 5 मंत्रियों में से 2 कश्मीर से और 3 जम्मू से हैं. उमर अब्दुल्ला के इस कदम को जम्मू-कश्मीर के 2 क्षेत्रों के बीच संतुलन बनाने के तौर पर देखा जा रहा है.

सुरेंद्र चौधरी बने डिप्टी सीएम

सुरेंद्र चौधरी ने जम्मू-कश्मीर के डिप्टी CM पद की शपथ ली है. इसके अलावा, सकीना इट्टू और जावेद राणा ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है.

NC के उपाध्यक्ष और मनोनीत मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज शपथ ग्रहण समारोह से पहले श्रद्धेय हजरतबल दरगाह पर पहुंचे उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मैं एक पोते के रूप में सिर्फ अपने दादा और दादी की कब्र पर फूल चढ़ाने आया था, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं दरगाह शरीफ हजरतबल में सिर्फ एक मौन प्रार्थना करने आया था ताकि सर्वशक्तिमान अल्लाह से मुझे लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की शक्ति देने के लिए कह सकूं. जम्मू-कश्मीर बेहद कठिन समय से गुजरा है. लोगों की बहुत बड़ी उम्मीदें हैं और हमारी चुनौती उन उम्मीदों पर खरा उतरने की है.”

जावेद डार- रफियाबाद

सकीना इट्टू- डीएच पोरा

जावेद राणा- मेंढर

सुरेंद्र चौधरी- नौशेरा और

सतीश शर्मा- छंब

उमर अब्दुल्ला का शपथ ग्रहण समारोह से पहले बयान

उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मैं 6 साल का कार्यकाल पूरा करने वाला आखिरी मुख्यमंत्री था. अब मैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का पहला मुख्यमंत्री बनूंगा. 6 साल तक सेवा की, मैं इससे काफी खुश हूं. मुझे उम्मीद है कि केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी है. हम लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करके शुरू करना होगा.”

फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में 90 में से 42 सीटों पर जीत हासिल की, बीजेपी को 29 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं, इससे कांग्रेस और एनसी के गठबंधन को 48 सीटें मिलीं.

अनुच्छेद-370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली सरकार बनने वाली है और उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं. इस शपथ ग्रहण समारोह को SKICC में सुबह 11.30 बजे किया जाएगा. जम्मू-कश्मीर में पिछले सोमवार को राष्ट्रपति शासन की अवधि समाप्त हो गई, जिससे केंद्र शासित प्रदेश की पहली सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया. एलजी मनोज सिन्हा आज उमर अब्दुल्ला और उनके कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे. 

सरकार में शामिल नहीं हुई कांग्रेस

विधानसभा चुनाव में साथ मिलकर लड़ने वाली कांग्रेस मंत्रिपरिषद ने दो मंत्रालयों की मांग की थी, लेकिन कम संख्या के कारण उन्हें केवल एक मंत्रालय दिया गया, इसलिए पार्टी नेतृत्व ने सरकार का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है, हालांकि सरकार का समर्थन करेगी. सूत्रों ने बताया कि आज कांग्रेस के किसी नेता ने शपथ नहीं ली.

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है क्योंकि कांग्रेस ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कई बार रैलियों में इसका वादा किया था, लेकिन यह नहीं हुआ है.

केंद्र सरकार की इस कार्रवाई से हम नाखुश हैं, इसलिए हम फिलहाल मंत्रालय में शामिल नहीं होंगे. JKPCC अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा पुनःप्राप्त करने की लड़ाई जारी रखेगी.

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