रायगढ़- हाल ही में आईएएस की नौकरी छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले ओमप्रकाश चौधरी आज जब खरसिया पहुंचे, तो उनका जोरशोर से स्वागत किया गया. चौधरी लंबे काफिले के साथ अपने गृहग्राम पहुंचे. जैसे ही अपनी सरजमीं पर पहुंचे, सबसे पहले जमीन पर बैठकर अपनी माटी को सिर से लगाया. बीजेपी के हो चुके चौधरी का उनके गृहक्षेत्र ने जमकर स्वागत किया.

अब तक ओमप्रकाश चौधरी एक सफल नौकरशाह के रूप में ही अपने गांव जाया करते थे. गांव के लोगों को ओपी पर फक्र था कि आम लोगों के बीच से उठकर उनका अपना देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा माने जाने वाली भारतीय प्रशासनिक सेवा का हिस्सा है. गांव के युवाओं के लिए ओपी किसी मिसाल से कम नहीं थे. लेकिन अब उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़ सियासी सफर का रास्ता चुना है. लिहाजा एक नए अंदाज में ओपी जब अपने क्षेत्र, अपने लोगों के बीच पहुंचे, तो स्वागत का अंदाज भी जुदां रहा. लोगों का हुजूम ओपी के स्वागत के लिए आतुर था. इस बार स्वागत के लिए उमड़ी भीड़ ने ओपी सर को ओपी भैया बना दिया. ओमप्रकाश चौधरी ट्रेन से रायगढ़ के लिए रवाना हुए थे. इस दौरान तिल्दा, भाठापारा, बिलासपुर, अकलतरा, सक्ती में उनका बीजेपी नेताओं ने स्वागत किया. इस दौरान ओपी ने कहा कि-
रायपुर से बायंग तक हुए स्वागत से मैं अभिभूत हूं. इस आत्मीयता के लिए मैं सदैव ऋणी रहूंगा. 13 साल के प्रशासनिक जीवन में जन सामान्य की बेहतरी के लिए अच्छा करने का प्रयास किया है, वह आगे भी जारी रहेगा. आगे भी आपका स्नेह-समर्थन प्राप्त हो यही आकांक्षा है.

खरसिया से लड़ सकते हैं चुनाव

संगठन के भीतर इस बात की जमकर चर्चा है कि ओमप्रकाश चौधरी खरसिया से चुनावी राजनीति का हिस्सा बन सकते हैं. हालांकि ओपी इस सवाल के जवाब में सिर्फ इतना कहते हैं कि यह पार्टी तय करेगी कि उनकी भूमिका क्या होगी. वह बीजेपी के एक सिपाही की तरह काम करेंगे. लेकिन संगठन सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता लेकर रायपुर लौटे ओपी को जब एक नेता ने कहा कि अब आप पूरे प्रदेश का दौरा कीजिए, तो जवाब में उन्होने तपाक से कहा कि- फिलहाल मुझे खरसिया के लिए छोड़ दिया जाए. यह जवाब बताता है कि ओपी ज्यादा से ज्यादा वक्त खरसिया को देना चाहते हैं. चुनाव में महज चंद महीने ही बाकी है, ऐसे में सियासी जमीन को उर्वरक बनाने के लिए मेहनत का खाद-बीज भी डालना बेहद जरूरी है.
पार्टी के आला नेता बताते हैं कि ओमप्रकाश चौधरी जिस पटेल बिरादरी से आते हैं, उसका खासा प्रभाव खरसिया विधानसभा सीट पर है. बीजेपी के पास ओपी के अलावा कोई दूसरा बड़ा चेहरा नहीं है, जो कांग्रेस के विधायक उमेश पटेल को चुनौती दे सके.
देखे वीडियो-
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=IK-bMu3fOko[/embedyt]