रायपुर.  वन, परिवहन और विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कर्वधा की घटना की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के जन्मदिन ना मनाने के बयान पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर कवर्धा की घटना से रमन सिंह व्यथित हैं तो उन्होंंने आज तक एक बार भी कवर्धा में शांति की अपील क्यों नहीं की. उन्होंने कहा कि भाजपा के किसी नेता ने कवर्धा में शांति की अपील नहीं की है. फिर भी रमन सिंह को जन्मदिन की बहुत सारी शुभकामनाएं. वे उनके दीर्घायु और स्वस्थ होने की कामना करते हैं.

गौरतलब है कि कवर्धा में सामाजिक तनाव के बाद स्थिति सामान्य हो गई है. रमन सिंह खुद कवर्धा गए थे. घायलों से मुलाकात की थी. उन्होंने ट्विट करके कहा था कि कवर्धा की घटना से उनका मन व्यथित है. उनके कार्यकर्ता जेल में बंद हैं. इसलिए वे जन्मदिन नहीं मनाएंगे. पुलिस का कहना है कि 5 अक्टूबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के लिए सुनियोजित साज़िश हुई थी. कवर्धा से बाहर से लोगों को बुलाया गया था.

रमन सिंह के बाद मोहम्मद अकबर भी गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ 14 अक्टूबर को कवर्धा गए थे.  उन्होंने पहले दिन से इस बात के निर्देश दे रखे थे कि दोषी कोई भी, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

कर्वधा में स्थिति पिछले हफ्ते उस वक्त बिगड़ गई जब वहां 3 अक्टूबर को दो  समुदायों के लोगों के बीच झंडे को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद वहां दो गुटों के बीच मारपीट और तोड़फोड़ हुई. शहर में साप्रदायिक माहौल बिगड़ता देख वहां कर्फ्यू लगाना पड़ा. लेकिन स्थिति तब और बिगड़ गई जब भाजपा ने इसके विरोध में 5 अक्टूबर को प्रदर्शन किया. इस हिंसक प्रदर्शन ने शहर में फिर से तनाव की स्थिति पैदा कर दी. शहर में हालात बिगाड़ने के आरोप में करीब 100 से ज़्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई. इसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता थे. जिन पर तोड़-फोड़ का आरोप है. सरकार का कहना है कि इस मामले में वीडियो फूटेज के आधार पर गिरफ्तारी हो रही है.

गौतलब है कि कवर्धा रमन सिंह का गृह क्षेत्र है जहां से पिछले चुनाव में मोहम्मद अकबर ने 2018 के चुनाव में  करीब 60 हज़ार से जीत दर्ज करके रमन सिंह के गृह किले को ध्वस्त कर दिया था. उसके बाद से भाजपा यहां पैर जमाने की कोशिशों में जुटी हुई है.