आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव को कर्मचारियों ने आपत्तिजनक रूप से विदाई दी. कर्मचारियों ने उप कुलसचिव को जूतों की माला पहना कर आक्रोश निकाला। उनकी कर्मचारी विरोधी कार्यशैली को लेकर स्टॉफ नाखुश थे, इसलिए बेइज्जती कर अपनी भड़ास निकली। अब इस पूरे मामले को लेकर जांच बैठाई गई है।

अवधेश सिंह विश्वविद्यालय रीवा अपनी कार्यशैली को लेकर अक्सर सूर्खियों में रहा है. इस बार सारी मर्यादाएं तार-तार हो गई। आमतौर पर सभी सेवकों को सम्मान के साथ विदाई दी जाती है, लेकिन विश्वविद्यालय के नाखुश कर्मचारियों ने उप कुलसचिव को बेइज्जत कर विदाई दी। ऐसा अपमान किया जो इसे पहले कभी किसी विश्वविद्यालय में नही हुआ होगा। कर्मचारियों ने उप कुलसचिव को जूतों की माला पहना कर विदाई दी। मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए उप कुलसचिव लाल साहब सिंह को कर्मचारियों के आक्रोश का सामना पड़ा।

कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ने आपत्तिजनक जूते की माला पहनने की कोशिश की

विदाई समारोह में शामिल होने आये लाल साहब को कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष बुद्धसेन पटेल ने आपत्तिजनक जूते की माला पहनने की कोशिश की, जिसे लाल साहब हाथ में पकड़ लिए और अपमानित होने के बाद चुपचाप चले गए। इस बीच कर्मचारियों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। कर्मचारी नेता का कहना है कि लाल साहब ने विश्वविद्यालय में 35 वर्षो तक सेवाएं दी, लेकिन उन्होंनेकर्मचारियों के हित में कोई कार्य नहीं किया। उनकी विदाई समारोह के लिए कर्मचारियो ने जूतों का कलेक्शन किया था। प्रशासनिक भवन के पास हुए इस आपत्तिजनक घटना को देखकर वे अवाक रह गए। कार्यक्रम में मौजूद कुलपति डॉ. राजकुमार आचार्य ने इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों में व्याप्त रोष को समझने का प्रयास किया जायेगा।

80 के दशक की घटना याद दिला दी
अवधेश सिंह विश्वविद्यालय रीवा में हुए जूता कांड ने 80 के दशक की याद दिला दी। उस समय ठाकुर रणमत सिंह कॉलेज रीवा के छात्र जूता कांड को लेकर सुर्खियों आये थे। छात्रों ने प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री वीरेंद्र कुमार सकलेचा के ऊपर जूते फेंककर विरोध जताया था।