प्रीत शर्मा, मंदसौर। जिले के शामगढ़ क्षेत्र में भतीजे ने चाची की हत्या तलवार से गर्दन काटकर कर दी। घटना सुबह 10 बजे की है। भतीजे को अपनी चाची के डायन होने का शक का था। इसे लेकर आए दिन परिवार में विवाद होता था। गुरुवार सुबह भी इसी बात को लेकर पारिवारिक विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि भतीजे ने महिला के बेटे के सामने ही तलवार से उसकी गर्दन पर वार कर दिया। इससे बेटे के सामने महिला की तड़पकर मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।

गुरुवार को शामगढ़ थाना क्षेत्र के नारियाखुर्द गांव में महिला की गला रेतकर हत्या करने का मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम देने के पीछे अंधविश्वास वजह बना है। शामगढ़ टीआई गोपाल सूर्यवंशी ने बताया कि आरोपी विष्णु (20) की पत्नी संध्या को देवी-देवता आते थे। वो इस दौरान कहती थी कि मृतिका बाली बाई में डायन है। इसी शंका को लेकर परिवार में विवाद चल रहा था।

शव को 200 मीटर  झाड़ियां में ले जाकर फेंका 

गुरुवार सुबह हुए विवाद में मृतिका के जेठ बालाराम और उसकी पत्नी, बेटी सहित बहु ने मृतिका को पकड़ लिया। इस बीच गुस्साए भतीजे विष्णु ने घर से तलवार निकालकर चाची की गर्दन पर वार कर दिया। मृतिका का सिर धड़ से अलग होते ही उसकी तड़पते हुए मौत हो गई। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने महिला के शव को घटना स्थल से 200 मीटर दूर झाड़ियां में ले जाकर फेंक दिया था।

जमीन विवाद भी बनी हत्या की वजह 

मृतिका बाली बाई के बेटे गोविंद ने बताया किस उसके बड़े पापा बालाराम ने उसे पकड़ रखा था। इसी दौरान उनका बेटा विष्णु ने आकर मेरी मम्मी का गर्दन काट दिया और वहां से भाग गया। घटना के पीछे मृतिका के रिश्तेदार हुकम सिंह जमीन विवाद बता रहे हैं। उनका कहना है कि इस बच्चे के पापा नहीं है। इसके बड़े पापा का परिवार इन सबको मारकर सारी जमीन हड़पना चाहता है। उन्होंने बताया कि मृतिका बाली बाई को मारने के बाद उसका शव झाड़ियों में फेंकने के लिए ले जा रहे थे। बेटे गोविंद को भी मारने वाले थे। हाालंकि मुझे सूचना लगी तो मैं दौड़कर मौके पर पहुंच गया।

शामगढ़ में शव रखकर किया चक्काजाम

शामगढ़ थाना क्षेत्र के नारियाखुर्द में हत्या की घटना के बाद महिला का शव पीएम करवाने को लेकर पुलिस शामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँच रही थी। रास्ते में मृतिका के परिजनों ने ट्रैक्टर-ट्राली में रखे शव सहित चक्काजाम कर दिया। मृतिका के परिजन पुलिस ने मुख्य आरोपी को जल्द पकड़ने की मांग कर रहे थे। पुलिस की समझाने और आश्वासन के बाद परिजन मृतिका का पीएम करवाने को राजी हुए।