अजय नीमा, उज्जैन। मध्यप्रदेश में उज्जैन के विधायक के मुख्यमंत्री बनने के बाद विश्व प्रसिद्ध महाकाल की नगरी उज्जैन में राजा (मुख्यमंत्री के रात्रि विश्राम) को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई। पुरानी मान्यता, मिथक और परंपरा को लेकर सीएम मोहन यादव के उज्जैन में रात रुकने को लेकर तरह तरह की चर्चा हो रही है। इसी बीच महाकाल मंदिर के पुजारी का बड़ा बयान सामने आया है।
महाकाल के पुजारी महेश ने बताया कि उज्जैन के राजा भगवान महाकालेश्वर यानी बाबा महाकाल हैं। महाकाल से बड़ा शासक कोई नहीं है। पौराणिक कथाओं के अनुसार कोई भी राजा उज्जैन में रात्रि निवास नहीं करता है, क्योंकि एक शहर में दो राजा नहीं ठहर सकते हैं। अगर कोई भी राजा या मंत्री यहां रात में ठहरता है, तो उसे इसकी सजा भुगतनी पड़ती है। जब इस संबंध में लल्लूराम डॉट काम ने महाकाल मंदिर के पुजारी चर्चा की तो उनका कहना है बाबा महाकाल की नगरी में ऐसी परंपरा है, लेकिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बाबा महाकाल की नगरी में जन्मे और बाबा महाकाल के सेवक हैं। तो वह उज्जैन में जब भी रात्रि विश्राम करेंगे तो मुख्यमंत्री के पद को अलग रखते हुए बाबा महाकाल के प्रतिनिधि बनकर उज्जैन अवंतिका नगरी में विश्राम कर सकते हैं।
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