दिलशाद अहमद, सूरजपुर। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में हुई हथनियों के मौत को केन्द्र सरकार ने भी गंभरता से लिया है. सरकार ने तीन सदस्यों की हाथियों की मौत की जांच करने के लिए भेजा है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के तरफ से डाॅ. सेल्वन और डाॅ. प्रजना पंडा वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रतापपुर के गणेशपुर पहुंचे, जहां पर 9 और 10 जून को दो हथनियों की मौत हुई थी. यहां स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत और घटना स्थल पर बारिकी से जांच किया. इसके बाद सूरजपुर जिले में भी पहुंचकर अपनी जांच पूरी की.

मीडिया से बातचीत में डाॅ. प्रजना पंडा ने बताया कि राज्य सरकार की फॅारेस्ट टीम को और कर्मठता से काम करते की जरूरत है. दिल्ली से आई टीम सभी जिले में मृत हाथियों की जांच करने के बाद अपनी जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी.

डाॅ. सेल्वन ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. सैंपल आईवीआर में भेजा है वहीं से कन्फर्म रिपोर्ट आएगा. हाथियों में अभी कोई बीमारी नहीं दिखी है, बीमारी होता तो पूरे दल में फैल जाता. इसलिए इसकी संभावना कम ही है. फिर भी आईवीआर की रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चलेगा.

उन्होंने कहा कि हाथियों की मौत को लेकर केन्द्र सरकार काफी गंभीर है. इसलिए कोरोना जैसी बीमारी का खतर होने के बाद भी हमें जांच के लिए भेजा है. इसके अलावा धर्मजयगढ़ में हुए हाथियों के मौत के बारे में कहा कि हाथी की मौत बिजली के चपेट में आने से होना पाया गया है. यहां फाॅरेस्ट और बिजली विभाग के बीच समन्वय की कमी दिखी है.