राजनांदगांव-जिले के थाना चिल्हाटी क्षेत्र के दुवालगुंडरा रोड में 12 नवंबर को हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. पुलिस ने मृतक की पत्नी, आशिक और उसके सहयोगी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. प्रार्थी देशराम अंबाडे पिता भिखारी राम अंबाडे दुवालगुंडरा निवासी ने चिल्हाटी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि चिल्हाटी दुवालगुंडरा रोड के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके बड़े भाई अर्जुन अंबाडे 22 वर्षीय की सिर में वार कर निर्मम हत्या कर दी.
हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल घटनास्थल पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया. प्रथम दृष्टया हत्या प्रतीत होने पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया. दिनदहाड़े निर्मम हत्या की खबर मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई. राजनांदगांव पुलिस कप्तान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अंबागढ़ चौकी योगेश साहू के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की अलग अलग टीम गठित की गई.
क्राइम ब्रांच एवं उनकी टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण का मामले से जुड़े लोगों से जानकारी एकत्रित की गई. हत्यारे को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच ने चिल्हाटी में दो हफ्ते का कैंप किया. इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि मृतक की पत्नी की अन्य युवक के साथ अवैध संबंध है. क्राइम ब्रांच ने संदेही परमानंद सेवता पिता सोनसाय सेवता 25 वर्ष निवासी मातेखेड़ा थाना गैदाटोला को पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर परमानंद सेवता ने अपने साथी तेजेश्वर पिता कमलेश यादव 21 वर्ष के साथ मिलकर अर्जुन अंबाडे की हत्या की बात कबूल लिया.
आरोपी परमानंद सेवती ने बताया कि 2010 में गुजरात में राजमिस्त्री के काम के दौरान मृतक की पत्नी सिंधु से मुलाकात हुई. इसी दौरान उससे प्रेम संबंध स्थापित हो गया. इसके बाद एक वर्ष पूर्व ही सिंधू की शादी अर्जुन अंबाडे से हो गई. शादी के कुछ दिन बाद अपनी पत्नी के अवैध संबंध के बारे में अर्जुन अंबादे को पता चला और वाद विवाद होने लगा. सिंधु मारपीट से परेशान होकर अपने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रचा. और मौका पाकर उसकी हत्यी कर दी.