रायपुर। राजधानी रायपुर के केंद्री गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत के मामले ने सियासी रंग ले लिया है। पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने किसी भी मंत्री के नहीं पहुंचने पर सवाल उठाया है। इसके साथ ही उन्होंने मौत पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ का आदमी इतना सीधा सरल होता है कि गाय के ऊपर तक डंडा नहीं उठाता तो किसी की हत्या कैसे कर सकता है। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद सुनील सोनी समेत कई भाजपा नेता केन्द्री गांव पहुंचे थे, जहां वे मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कमलेश साहू के परिजनों से मिलने आये थे। संवेदना व्यक्त कर उद्देश्य था। असाधारण हालात में हुई घटना है। आखिर क्या कारण थे कि निराशा इतनी बड़ी हो है कि मां, पत्नी, बच्चों को मारकर मर गया। कई रहस्य पीछे छोड़ गया।
रमन सिंह ने घटना को लेकर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कार्ड नहीं होने की वजह इलाज नहीं करा पाने की वजह से ऐसी घटना को बाध्य हुआ? क्या आर्थिक रूप से इतना जर्जर था कि ऐसा कदम उठाया? फांसी लगाने की तस्वीर भी संशय को जन्म देती है। सामान्य जांच से काम नहीं चलेगा। यहां मिलने के बाद ये धारणा आ रही है कि हम शासन से मांग करते हैं कि इसकी न्यायिक जांच कराई जाए।
उन्होंने कहा कि देश में ऐसी घटनाएं कम होती है। छत्तीसगढ़ का आदमी सीधा साधा होता है। गाय पर डंडा नहीं चलाता किसी की हत्या कैसे कर सकता है? इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं है। घर में बैठने आज तक कोई मंत्री नहीं आया। किसी कांग्रेसी नेता ने संवेदना व्यक्त नहीं की। परिजनों के आंसू पोछने कोई मंत्री आ जाता तो क्या बिगड़ जाता, संवेदना तो ही देना था।
वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसी तरह का मानसिक विकार उसमें नहीं थ। न तो शराब की आदत थी और न ही कोई दूसरा नशा करता था। जो सुसाइड नोट मिला है उसे पुलिस ने परिजनों को दूर से दिखाया था। परिजन इसे लेकर संशय कर रहे है।न्यायिक जांच होगी तो सारे तथ्य सामने आएंगे। इसके पहले इसी विधानसभा क्षेत्र में दो और किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार किसानों के नाम पर सिर्फ ढिढोरा पीट रही है। रोजगार लोगों के पास नहीं है, बेरोजगारी की समस्या से भी लोग जूझ रहे है। लोग पलायन कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं प्रदेश के लिए कलंक है. सरकार को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।