दिलशाद अहमद, सुरजपुर- मानसिक और आर्थिक परेशानी से जूझ रहे राजस्व विभाग के एक कर्मचारी की पत्नी न्याय की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई हैं. उन्हें अपनी पति के लिए न्याय चाहिए, क्योंकि विभाग ने उनके पति को प्रताड़ित कर नौकरी से निकाल दिया है. ऐसा नहीं कि उसके पति ने कहीं इसकी शिकायत नहीं की. सब जगह अपनी पीड़ा बताई, लेकिन कहीं दर्द समझने वाला नहीं मिला. इसलिए मजबूरी में भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा. यह कहना है सुरजपुर की यशोदा नेताम का. उन्होंने बताया कि इस अन्याय में उसका पति अकेला नहीं है, हम सब परिवार साथ में हैं. हम न्याय लेकर रहेंगे.
गौरतलब है कि जिले के ओड़गी तहसील कार्यालय में कार्यरत सहायक ग्रेड 3 हेमंत कुमार नेताम पिछले 6-7 माह से प्रशासनिक प्रताड़ना का शिकार हो गया है. किसी मामले को लेकर उसके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कर दी गई है, और इसी दौरान उसकी विधानसभा चुनाव में ड्यूटी भी लगा दी गई. हेमंत का कहना है, कि विभागीय जांच के दौरान चुनाव कार्य में ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती. इसी नियम के तहत उसने चुनाव ड्यूटी से इंकार कर दिया. जिसकी जानकारी प्रतिवेदन के माध्यम से उन्होंने विभाग प्रमुख और कलेक्टर को भी दी, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लेकर निराकरण करने की बजाय हद तो तब हो गई. जब हेमंत कुमार नेताम को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड के दौरान उसे वेतन से भी वंचित कर दिया गया. पिछले 6-7 महीने से वेतन न मिलने के कारण हेमंत नेताम के साथ-साथ उसकी पत्नी यशोदा नेताम और परिवार के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई. इस मामले पर राजस्व विभाग क पक्ष सामने नहीं आया है.
विभाग के मुखिया ने भी नहीं सुनी शिकायत
राजस्व विभाग में सहायक ग्रेड 3 के पद पर पदस्थ हेमंत कुमार नेताम की पत्नी यशोदा नेताम का कहना है, कि उनके पति ने सभी विभाग प्रमुखों के साथ-साथ जिले के कलेक्टर से भी पत्राचार किया और न्याय की गुहार लगाई लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिर में हमें मज़बूरी में हड़ताल पर जाना पड़ा ताकि हमारे पति को जल्द से जल्द न्याय मिले और प्रशासनिक प्रताड़ना से मुक्ति भी मिल जाये. यशोदा नेताम और छोटा भाई रवि नेताम का कहना है कि भूख हड़ताल का निर्णय काफी सोच समझ कर लिया गया है. किसी को भी इस तरह हड़ताल में जाना अच्छा नहीं लगता. हमारी मजबूरी को प्रशासन समझे और त्वरित न्याय करें, अन्यथा न्याय मिलने तक यह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी.