रवि गोयल, जांजगीर-चांपा। अलग-अलग राज्यों में अपनी ठगी की दुकान चलाने वाले शातिर ठग अब्दुल हमीद ताजुद्दीन को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ठग सस्ते दामों में सामान उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों से एडवांस में पैसे ले लिया करता था, और जैसे ही मोटी रकम इकट्ठा हुई वैसे ही अपना बोरिया बिस्तर समेट कर फरार हो जाता था।
इस बार आरोपी अब्दुल हमीद ने जिले के सक्ती क्षेत्र को चुना था। जहाँ कल सक्ती से बाराद्वार रोड में एप्पल होम नीड्स नाम से दुकान का उद्घाटन कर करीब 25 लोगो से 64 हजार रुपये एडवांस भी ले लिया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने ओडिशा राज्य में भी लोगों से 15 से 20 लाख रुपये की ठगी की है और फरार हो गया था। मगर इस बार पुलिस ने आरोपी अब्दुल के मंसूबों पर पानी फेर दिया। ओडिशा की पुलिस टीम आरोपी को ढूंढते हुए सक्ती पहुंच गई और शुरू ही दिन आरोपी पकड़ा गया। फिलहाल पुलिस ने सक्ती क्षेत्र के लोगों से ठगे हुए 64 हजार रुपये लोगो को वापस कर दिया है। वहीं आरोपी अब्दुल हमीद ताजुद्दीन को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा पुलिस को सौंप दिया गया है।
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस ने बताया कि आरोपी अब्दुल हमीद ताजुद्दीन कई राज्यों में ठगी कर चुका है। आरोपी पहले किसी अच्छे और विकसित शहर को चुनकर वहां दुकान खोलता है। दुकान में सभी प्रकार के अच्छे और ब्रांडेड घरेलू समान के सैंपल रखता है और उन सामानों के दाम ग्राहकों को वास्तविक मूल्य से काफी कम बताता है। जिससे कि ग्राहक सामान खरीदने के लिए तुरंत तैयार हो जाता है, मगर ठग ग्राहक को ऑर्डर पर कुछ दिन बाद सामान देने की बात कह कर उनसे एडवांस जमा करवा लेते हैं। जब आरोपी काफी संख्या में लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाकर मोटी रकम जमा कर लेता है तो रातों-रात अपना बोरिया बिस्तर समेट कर फरार हो जाता है।
सक्ती थाना प्रभारी रविंद्र आनंद ने बताया कि आरोपी अब्दुल हमीद ताजुद्दीन ने कल ही शक्ति से बाराद्वार रोड स्थित एप्पल होम नीड्स के नाम से दुकान खोला थी। एक ही दिन में करीब 25 लोगों को अपने झांसे में लेकर करीब 64 हजार रुपए एडवांस ले लिया था। ओडिशा पुलिस की सूचना पर मौके पर जाकर रेड कार्रवाई की गई और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल दुकान को सील कर दिया गया है और सक्ती क्षेत्र के लोगों से ठगे हुए पैसे उन्हें वापस कर दिए गए हैं। थाना प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार सस्ते दामों में सामान उपलब्ध कराने के नाम से ठगी का शिकार ना बने क्योंकि कोई भी व्यक्ति सामानों के वास्तविक मूल्य से आधे दाम में सामान उपलब्ध नहीं करा सकता।