रायपुर- प्रदेश में वर्तमान शिक्षा सत्र में आयोजित होने वाली कक्षा पहली से कक्षा 8वीं तक की परीक्षाएं अब बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर होंगी. पूरे प्रदेश में एक ही तारीख में परीक्षाएं एक साथ होंगी. इसके लिए राज्य स्तर पर समय-सारिणी बनाए जाएगी. इस वर्ष ये परीक्षाएं 30 मार्च से 25 अप्रैल के मध्य होगी.

शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के स्कूलों में कक्षागत प्रक्रियों में सुधार करते हुए शिक्षकों का सतत क्षमता विकास करने और शिक्षा को आनन्ददायी बनाने के लिए आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है. पढ़ाई की गुणवत्ता जांचने के लिए स्कूलों में राज्य स्तरीय आकलन किया जाएगा, जो एनसीईआरटी नई दिल्ली द्वारा निर्धारित लर्निंग आऊटकम पर आधारित होगा. इसके प्राप्त परिणामों का उपयोग बेहतर टीचिंग डिजाइन के लिए किया जायेगा.

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालक लोक शिक्षण, संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा, सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, डाईट के प्राचार्यों और जिला मिशन समन्वयक को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये हैं.

राज्य स्तरीय आकलन अलग-अलग कक्षा के अनुसार अलग-अलग विषयों पर आधारित होगा. कक्षा पहली और दूसरी में 15 सवाल पूछे जाएंगे, जिन्हें दो घंटे में हल करना होगा. इन दोनों कक्षाओं में हिन्दी, अंग्रेजी और गणित विषय की परीक्षा होगी. जिसके लिए 30 अंक निर्धारित है. इसके लिए केवल बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे. कक्षा तीसरी और चौथी की परीक्षा में भी 15 सवालों को दो घंटे में हल करना होगा, इसमें हिन्दी, अंग्रेजी, गणित और पर्यावरण विषय की परीक्षा ली जाएगी.

कक्षा पांचवी की परीक्षा में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण, संस्कृत, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षाओं में 15-15 सवालों को ढाई घंटे में हल करना होगा. जिसके लिए 30 अंक निर्धारित है. इसके लिए बहु विकल्पीय प्रश्न के साथ लघु उत्तरीय पूछे जाएंगे. इसी प्रकार कक्षा 6वीं से 8वीं तक की परीक्षा में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, उर्दू, पर्यावरण, संस्कृत, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों की परीक्षाओं में प्रश्नों की संख्या भी 15-15 रहेगी और इनका उत्तर ढाई घंटे में देना होगा. जिसके लिए 100 अंक निर्धारित है. इसके लिए बहु विकल्पीय प्रश्न के साथ-साथ लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे.

राज्य स्तरीय आकलन की विशेषताएं

राज्य में कक्षा पहली से 8वीं तक सभी शासकीय शालाओं के विद्यार्थियों के आकलन के लिए समान समय-सारिणी प्रश्नों का लर्निंग आउटकम्स के साथ मैपिंग की गई है. इसके लिए आकलन एवं मूल्यांकन केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा. आकलन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए दस प्रतिशत उत्तर पुस्तिकाओं की रैण्डम रि-चेकिंग भी की जाएगी. प्रत्येक कक्ष में अधिकतम 30 विद्यार्थियों पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जाएगी. परीक्षा के दौरान गठित टास्क फोर्स पूरी परीक्षा के निगरानी भी करेगा. प्रश्न पत्रों के मॉडल उत्तर एससीईआरटी की वेबसाईट पर अपलोड किया जाएगा. एक स्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन दूसरे संकुल में किया जाएगा.