रायगड़ा जिले के मुनीगुड़ा वन क्षेत्र के अंतर्गत मलिमुंडा और जरापा गांवों में वन विभाग और एसटीएफ टीम द्वारा की गई छापेमारी के दौरान हाथी दांत के तस्करों के एक समूह ने उन पर गोलियां चला दीं.

ओडिशा के रायगड़ा जिले के जंगलों में रविवार को हाथी दांत की तस्करी में शामिल एक गिरोह ने छापेमारी करने गई वन विभाग की टीम पर गोलियां चलाईं. इस हमले को पुष्पा-2 से जोड़कर देखा जा रहा है.  सूत्रों के अनुसार, वन विभाग ने हाथी दांत की तस्करी की सूचना मिलने पर मुनीगुड़ा इलाके के पास जंगल में छापेमारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था. टीम ने रायगड़ा वन क्षेत्र के पास जरापा इलाके में तस्करों का पता लगाया. जैसे ही तस्करों ने वन विभाग के वाहन को देखा, उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं.

चूंकि वन विभाग की टीम के पास हथियार नहीं थे, इसलिए भारी फायरिंग के चलते उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा. उनकी गाड़ी पर कई गोलियों के निशान पाए गए, जबकि खिड़कियों और पीछे का शीशा पूरी तरह टूट चुका था. इससे पहले, वन विभाग ने हाथी दांत की तस्करी में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद, अधिकारियों की एक टीम मुनीगुड़ा के मलिमुंडा और जरापा गांवों में आगे की जांच के लिए गई थी.

हालांकि, फायरिंग की आड़ में आरोपी तस्कर फरार होने में सफल रहे. इस घटना में कोई घायल या मृत नहीं हुआ, लेकिन टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा. हालांकि वन विभाग ने इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

गौरतलब है कि यह घटना अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा: द राइज़’ और उसके सीक्वल की याद दिलाती है, जिसमें लाल चंदन के तस्करों को पुलिस और वन विभाग को चुनौती देते हुए दिखाया गया है. रायगड़ा की यह घटना भी कुछ ऐसी ही प्रतीत होती है.