रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में 5 से 8 मार्च तक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय महिला मड़ई का आयोजन किया गया है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी महिला सम्मेलन में शामिल हुए.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज सांस्कृतिक रूप से हमारा समाज बहुत उदार है, लेकिन कहीं न कहीं महिलाओं के अधिकारों का हनन हुआ है. बीजेपी के समय में महिला सशक्तिकरण का केवल दिखावा किया गया.

आज हमारी सरकार की उपलब्धि क्या है, वो आप इन स्टॉल को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं. चीला फरा से लेकर गौठान तक अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही हैं. अब गोबर से पेंट भी बनेगा. वहीं बिजली उत्पादन होगा. महिला स्व सहायता समूह की बहनें 6 हजार सक्रिय गौठान में गोबर से बिजली उत्पादन करेंगी और पैसे भी कमाएंगी.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांव का गौठान रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित होगा. महिला बाल विकास मंत्री ने प्रस्ताव रखा था, हमने महिला स्व सहायता समूह के 13 करोड़ ऋण माफ किए हैं.

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर आयोजित मड़ई में राज्य की महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी के स्टालों का अवलोकन किया. नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया भी सम्मेलन में उपस्थित हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कौशल्या मातृत्व स्वावलंबी योजना का शुभारंभ किया गया.

मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि विधानसभा शुरू होने की वजह से एक दिन पहले ही कार्यक्रम आयोजित किया गया. मंत्री ने कहा कि आज नारी शक्ति का नाम लेने पर गर्व होता है. आज पूरे प्रदेश में नारी का उत्त्थान के लिए मुख्यमंत्री ने अनेकों कदम उठाएं.

नोनी योजना की शुरूआत हुई. आज नारी अपने सभी कर्तव्यों को निभाकर आगे बढ़ रही है. आज बेटियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं. एक मंच में आज सभी समूहों को लाने का किया गया है. मंत्री भेंड़िया ने कहा इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य यही है, ताकि सभी समूह अपने उत्पादों की चर्चा और कला का आदान प्रदान करें.

भेड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमेशा से महिलाओं को बढ़ावा दिया है. सखी स्टॉक सेंटर की वजह से मुख्यमंत्री ने महिलाओं को अनेकों सुविधाएं दी है. मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को बचाए रखना चाहते हैं. नशा मुक्ति की शुरुआत के लिए भी महिलाओं का सबसे बड़ा योगदान होगा.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला सम्मेलन में कौशल्या मातृत्व योजना की हितग्राहियों को सहायता राशि के चेक वितरित कर योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के अंतर्गत द्वितीय पुत्री के जन्म पर महिला हितग्राहियों को एक मुश्त 5 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाती है.

बता दें कि इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया, मंत्री शिव कुमार डहरिया, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा भी सम्मेलन में उपस्थित रहीं.