हेमंत शर्मा, रायपुर। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जहां किसान पिछले 43 दिन से लगातार दिल्ली की सीमा में डटे हुए हैं। वहीं विपक्ष भी तीनों कानूनों के खिलाफ लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने केन्द्री की मोदी सरकार को बुद्धिहीन कहा है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार को बुद्धि नहीं है तो उसको छत्तीसगढ़ से सीखना चाहिए कि कैसे किसानों को उनके मान सम्मान आर्थिक स्वावलंबन के लिए राज्य सरकार कर सकती है। यह मॉडल आपके सामने है अगर आप करना चाहते हैं तो। सुबोध कांत सहाय एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। सर्किट हाउस में वे पत्रकारों से बात कर रहे थे।

अंबानी रिटेल पॉलिटिक्स का लीडर

सहाय ने कहा कि मोदी सरकार मूलतः किसान विरोधी है। 2014 में जब पहली बार चुनाव जीतकर आये थे इन्होंने भूमि अधिग्रहण बिल जो पूरे संसद में एक स्वर से पास हुआ था उसको ननवाइल्ड करने का प्रयास किया। पूरे देश के किसान को पैर में खड़ा होना पड़ा तब इनको तीन चार बार ऑर्डिनेंस लाने के बाद इनको समझ मे आयी। इनको जल्दी समझ मे नहीं आता। पता नहीं कितने किसानों की मौत का ये इंतजार कर रहे हैं। नोटबन्दी में 100 से 200 लोग मरे थे। कई बैठकें हो गयी। इंडिया में जो आज रिटेल पॉलिटिक्स है उसका लीडर हो गया है वो है मुकेश अम्बानी। क्यों मुकेश अम्बानी को सफाई देना पड़ा। इस बात का प्रतीक है कि जो बात किसान कह रहे थे वो सच्चाई था कि इस बिल का फायदा उसी घराने को होगा।

छत्तीसगढ़ में बारदाने की कमी को लेकर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी और क्या कह सकती है। जमीन से उखाड़ कर फेंके गए थे। मैं चुनाव में यहां आया था। बीजेपी के कहने से नहीं लेकिन जो चीज उपलब्ध नहीं है वो एक सवाल बन सकता है लेकिन मूलतः जो नियत है छत्तीसगढ़ सरकार की उससे किसान अपने आप को आर्थिक रूप से स्वावलंबी मानते हैं।

कांग्रेस नेतृत्व के सवाल पर सहाय ने कहा ट्रांजिट पीरियड हमारा थोड़ा लंबा हो गया है यह बात सही है। मुझे लगता है नए अध्यक्ष की प्रक्रिया चुनाव के माध्यम से शुरू हो गयी है। जब चुनाव की प्रक्रिया है तो कोई भी अध्यक्ष बन सकता है।

सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से कर्टसी मुलाकात है। सामाजिक कार्यक्रम में मैंं आया हूं। झारखंड और बिहार के चुनाव में भूपेश बघेल योद्धा के तौर पर डटे रहे, अब वो असम जा रहे हैं।

कोरोना वैक्सीन को लेकर सहाय ने कहा कि वैक्सीन को लेकर धीरे-धीरे डब्लूएचओ का भी बयान आ रहा है। डिफरेंट-डिफरेंट वैक्सीन की क्वालिटी पर भी बात चल रही है। एक ही सवाल है कि जो गरीब लोग हैं जो इसको अफोर्ड नहीं कर सकता उनको जैसे पोलियो का वैक्सीन फ्री दिया जाता है उस तरह से दिया जाना चाहिए न कि बिहार चुनाव में वोट को लुभाने के लिए कह दे कि फ्री देंगे और दूसरे राज्य में पैसा लेकर देंगे।

लुटेरों ने हमसे सरकार छीन ली

बिहार के 12 विधायकों के बागी होने पर उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकारों को कैसे गिरा के अपना सरकार बनाया जाता है ये तो इस देश की आजादी के बाद पहली बार यह टेक्नोलॉजी बीजेपी के द्वारा देश को समझाई गई। बिहार का चुनाव हम जीत गए थे। मैन्युपुलेशन से हार गए। 16 से 17 सीटो को हरा दिया गया। आज भी हम वहां 116 हैं। 6 और सीट हमारी होती तो हम वहां सरकार में होते लेकिन लुटेरों ने हमसे सरकार छीन लिया।