मुंबई– महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना गठबंधन पर सहमति बन गई है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर तेवर अपनाने वाली शिवसेना अब भाजपा के साथ मिलकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेगी. 48 लोकसभा सीट वाले राज्य में भाजपा 25 व शिवसेना 23 सीट पर लड़ेगी. विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टी बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. सोमवार को मातोश्री में अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच चली 50 मिनट की बैठक में सहमति बनी. जबकि एनडीए के सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली है. इस पार्टी के मुखिया रामदास अठावले अभी केंद्रीय मंत्री है.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टी की विचारधारा एक हैं. यह वक्त मतभेद भुलाकर साथ आने का है. सीटों के बंटवारे से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर दोनों के बीच चर्चा हुई. मंदिर निर्माण को लेकर दोनों के विचार एक है.

सीएम फड़नवीस ने कहा कि शिवसेना किसानों का मुद्दा भी उठाया था. इसे लेकर भी शिवसेना के बीच एक राय बन गई है. दोनों पार्टी 25 साल से एक साथ है. लेकिन किसी ने दोनों के बीच खाई बढ़ाने की कोशिश की.

प्रेस कॉफ्रेस में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे बीजेपी के साथ गठबंधन करके लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा मन साफ है. जब अटल जी की सरकार थी, तब भी शिवसेना ने राममंदिर का मुद्दा उठाया था. आगे उद्धव ने कहा कि पुलवामा में जो हमला हुआ है. उसमें हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए. भारत सरकार और देश कमजोर नहीं हैं. भारत की ताकत दुनिया को पता चलना चाहिए बस यही हमारी इच्छा है.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कुछ मुद्दों को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद रहा, लेकिन अब यह हो गई. अमित शाह ने दावा किया कि बीजेपी और शिवसेना गठबंधन महाराष्ट्र में कम से कम 45 सीटें जीतेगी. बीजेपी का शिवसेना व अकाली दल ने हमेश हर वक्त में साथ दिया है. दोनों पार्टी के बीच जो मनमुटाव है आज वह खत्म हो गया. अब दोनों दल एक साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है.