चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। डेढ़ साल पुराने अंधे कत्ल के मामले को सुलझाने में दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. हत्यारा और कोई नहीं बल्कि मृतक का ही दोस्त निकला.
कोसानाला में एक युवक के नग्न शव मिलने का मामला सामने आया था. पीएम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था और आरोपी का पतासाजी में जुट गई थी. इसी दौरान मृतक के दो वारिसों के सामने आने से पुलिस की जांच उलझ गई. जिसके बाद पुलिस ने डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लिया. डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद वारिस का मामला सुलझ गया और पुलिस ने हत्या के आरोपी शिवशंकर यादव को हिरासत में ले लिया.
दरअसल पूरा मामला 2 सितम्बर 2018 का है। जब मॉडल टाउन के एमजे कॉलेज के पास कोसानाला में एक युवक की नग्न लाश मिली थी. उसकी पहचान करने वाला कोई नहीं था. पुलिस ने पोस्टर, वाट्सएप के माध्यम से मृतक का फोटो वायरल किया. उस शव के दो वारिस आए. रायपुर निवासी रेखा मानिकपुरी ने बताया कि उसका बेटा संजय मानिकपुरी है. जो सुपेला में रहता था. इधर एक अन्य व्यक्ति ने भी दावा किया. जिसकी वजह से इस अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस के लिए एक पहेली बन चुकी थी.
पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय ने एएसपी रोहित कुमार झा को इस गुत्थी को सुलझाने टीम गठित करने के निर्देश दिए। जिसके बाद इस अंधे कत्ल की फाइल को फिर खुलवाकर टीम गठित कर जांच शुरु की, टीम ने संजय के दोस्तों, रिश्तेदारों से पूछताछ शुरु की. मुखबिर लगाए एक साल से ज्यादा हो गया था. इसी बीच हत्या की पहेली को सुलझाने में पुलिस को आखिरकार सफलता मिल गई.
मृतक का दोस्त ही हत्यारा निकला. आरोपी शिवशंकर यादव को आखरी बार मृतक संजय मानिकपुरी के साथ कृष्णा नगर में देखा गया था. जिसके आधार पर पुलिस ने उससे पूछताछ की. पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने बताया कि मृतक के साथ हत्या वाले दिन दोनों ने जमकर शराब पी. जिसके बाद उसका विवाद हो गया था, जिसमें मृतक ने उससे किसी मामले को लेकर अपना 17 वर्ष खराब करने का दोष उस पर मढ़ दिया. इससे आवेश में आकर आरोपी ने डंडे से उसके सिर पर वार कर दिया. इससे भी आरोपी का मन नहीं भरा तो उसने पास रखे पत्थर से उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार कर कुचल दिया. हत्या का सुराग मिटाने के लिए आरोपी ने मृतक के कपड़े उतारकर उसे नाले में फेंक दिया था.