दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में डीयू के छात्र को युवती ने कॉल कर जिगोलो बनने का ऑफर दिया. छात्र ने उत्साह में आकर ऑफर स्वीकार कर लिया फिर उसके साथ ऐसा हुआ जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की थी.

दरअसल युवती ने पीड़ित को फोन करके खुद को एक फ्रेंडशिप क्लब का प्रतिनिधि बताया और उसके सामने जिगोलो बनने का प्रस्ताव रखा. युवती ने बताया कि जिगोलो बनने पर उसे एक दिन में 40 से 50 हजार रुपये की कमाई होगी. लेकिन उसके लिए उसे मेंबरशिप लेनी पड़ेगी. पीड़ित छात्र ने धीरे-धीरे कर युवती के अकॉउंट में 50 हजार रुपये जमा करा दिए. पीड़ित को जब कोई काम नहीं मिला तो उसने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवती को गिरफ्तार कर लिया.

जानकारी के अनुसार, सिरसा का रहने वाला 22 वर्षीय राजीव दृष्टिहीन छात्र है. वह हिंदू कालेज में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है. राजीव करीब 90 फीसदी दृष्टिहीन है. उसके पास 25 अगस्त को एक युवती ने फोन करके खुद को एक फ्रेंडशिप क्लब का प्रतिनिधि बताया और उसके सामने जिगोलो बनने का प्रस्ताव रखा. युवती ने बताया कि जिगोलो बनने पर उसे एक दिन में 40 से 50 हजार रुपये की कमाई होगी.

इसके लिए राजीव से साढ़े तीन हजार रुपये शुल्क के तौर पर पेटीएम में जमा कराने को कहा गया. फिर युवती ने कुछ समय बाद राजीव को फोनकर दूसरी चीजों के नाम पर कुल 45 हजार रुपये और जमा करा लिए. इसके बाद भी जब राजीव को कोई काम नहीं मिला तो उसने 25 सितंबर को बुराडी थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच के लिए टीम गठित की गई.

पुलिस ने पीड़ित द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन नम्बरों की पड़ताल की तो पता चला कि सभी सिम फर्जी कागजातों पर लिए गए थे. इसके बाद टीम ने मोबाइल की लोकेशन के आधार पर आरोपी युवती कोमल को अमन विहार इलाके से गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस जांच में पता चला की गिरफ्तार युवती अमन विहार इलाके में एक कॉल सेंटर में काम करती थी. इसके बाद इसने इलाके में ही किराए पर मकान लेकर ये काम शुरू किया था. फिलहाल, पुलिस आरोपी युवती के तीन अन्य साथियों की तलाश कर रही है.

पुलिस के बनुसार, पेटीएम के एक खाते की जांच में सामने आया है कि आरोपी युवती ने अब तक डेढ़ लाख रुपये की ठगी की है. यह रकम चार लोगों से ली गई थी. फिलहाल, पुलिस ने अन्य पेटीएम खातों की जांच के लिए कम्पनी से जानकारी मांगी है जिसके बाद पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है.