लंदन। नए साल ने दस्तक दे दी है. नया संकल्प लेने का समय है. और इससे बेहतर क्या संकल्प हो सकता है, कि आप अपने बेहतर और स्वस्थ जीवन के लिए सिगरेंट की लत छोड़ दें. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक सिगरेट पीने से व्यक्ति का जीवन औसतन 20 मिनट कम हो जाता है. यह बात यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एक शोध में सामने आई है. यह भी पढ़ें : नवा रायपुर में बनेगा नया विहार, आधा दर्जन गांवों की ली जाएगी 436 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन…

धूम्रपान दुनिया में बीमारियों और मौत का एक प्रमुख कारण है. भारत में हर साल धूम्रपान से 10 लाख लोगों की मौत होती है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोध के मुताबिक, रोज 10 सिगरेट पीने वाला व्यक्ति अगर नए साल में 1 जनवरी से सिगरेट पीना छोड़ दे तो वह 8 जनवरी तक ही अपने जीवन का एक दिन बचा सकता है. इस तरह से एक साल तक सिगरेट ना पीने से व्यक्ति अपने जीवन में 50 दिन बढ़ा सकता है.

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की प्रोफेसर डॉ. सारा जैकसन के मुताबिक, लोग यह समझ ही नहीं पाते हैं कि धूम्रपान करना कितना खतरनाक है. ऐसे लोग जीवन भर धूम्रपान करते हैं, वे अपने जीवन का औसतन 10 साल खो बैठते हैं. इस शोध में 1951 से चल रही ब्रिटिश डॉक्टर स्टडी और 1996 से चल रही मिलियन वुमन स्टडी के आंकड़ों को भी शामिल किया गया है.

पहले के आकलन में पाया गया था कि औसतन एक सिगरेट से जीवन प्रत्याशा लगभग 11 मिनट कम हो जाती है, जर्नल ऑफ एडिक्शन में प्रकाशित नवीनतम विश्लेषण ने इस आंकड़े को लगभग दोगुना कर 20 मिनट कर दिया है. यही नहीं धूम्रपान से पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा नुकसान होता है. जहां एक सिगरेट पीने से पुरुषों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी 17 मिनट कम होती है, वहीं महिलाओं की लाइफ एक्सपेक्टेंसी 22 मिनट कम हो जाती है.

सेल्स को नष्ट किए बिना होगा कैंसर का इलाज

कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी तकनीक का विकास किया है, जिससे कैंसर से प्रभावित कोशिकाओं को खत्म किए बिना ही स्वस्थ कोशिकाओं में बदला जा सकता है. संस्थान के प्रोफेसर क्वांग ह्यू चो ने बताया कि हमने जीन नेटवर्क का अध्धयन करने के लिए एक कम्प्यूटर मॉडल बनाया है.