रोहित कश्यप, मुंगेली। जिले में सत्ता पक्ष की दो कद्दावर महिला नेत्रियों के बीच का विवाद इन दिनों चर्चाओं का विषय बना हुआ है. वर्चस्व की यह लड़ाई न केवल सार्जवनिक रूप से बाहर आ गई है, बल्कि पुलिस तक भी पहुंच गई है.
दरअसल, यह विवाद किसी विपरीत पार्टी के नेताओं के बीच की नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के ही दो जिला पंचायत सदस्यों के बीच का है. चर्चा है कि लंबे समय से क्षेत्राधिकार को लेकर चला आ रहा विवाद गुरुवार को सार्जवनिक हो गया, जब जिला पंचायत सदस्यों की बैठक में सदस्य अम्बालिका साहू व जागेश्वरी वर्मा के बीच सभापति पद चुनाव को लेकर तीखी बहस हुई. यह मामला जिला पंचायत तक ही नहीं रहा, बल्कि सीधे कोतवाली थाने तक पहुंच गया है.
अम्बालिका साहू ने जिला पंचायत सदस्य जागेश्वरी वर्मा और उनके पति कांग्रेसी नेता घनश्याम वर्मा के खिलाफ बैठक में अभद्र भाषा के साथ चरित्रहीन जैसे शब्दों का बार-बार उपयोग करने का आरोप लगाते हुये थाने में शिकायत की है. लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में अम्बालिका साहू ने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों की बैठक में हमेशा उन्हें टारगेट कर के अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है.
उनका आरोप है कि पार्टी विरोधी बातें लगातार जागेश्वरी घनश्याम वर्मा द्वारा की जाती है, वहीं दूसरी बार सभी सदस्यों की उपस्थिति में अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया और चरित्र को लेकर भी सभी सदस्यों के सामने बार-बार अभद्र टिप्पणी की गई.
अम्बलिका ने बताया कि इसकी मौखिक सूचना उन्होंने पार्टी के सभी उच्च पदाधिकारियों को दे दी है, साथ ही लिखित रूप में शिकायत भी प्रेषित किया जाएगा. वहीं सिटी कोतवाली थाने में शिकायत कर उन्होंने कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है, जिस पर सिटी कोतवाली पुलिस ने इस पूरे प्रकरण पर धारा 155 के तहत न्यायालय में जाने की सलाह दी है.
इस पूरे प्रकरण पर जागेश्वरी वर्मा से उनका पक्ष जानने सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क तो नहीं हो पाया. वहीं उनके पति घनश्याम वर्मा ने कहा कि यह एक परिवार के बीच का मामला है, जिसे परिवार के सदस्यों द्वारा निराकरण कर लिया जाएगा. विवाद थाने पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भले ही उनके द्वारा शिकायत की गई हो लेकिन हमने तो कोई शिकायत नहीं की है.