रायपुर. कोरोना के इस तनाव भरे माहौल में हर राज्य का मुख्यमंत्री व्यवस्थाओं की देखरेख में जुटा है। राज्य में कोरोना का संक्रमण न फैले? जो दूसरे राज्य से आ रहे हैं, उनसे संक्रमण न फैले। कोरोना पीड़ितों को बढ़िया इलाज मिले। लॉक डाउन की वजह से लोगों को परेशानी न हो।

इन तमाम सवालों से पैदा होने वाले तनाव और चुनौतियों साथ के जूझते हुए सरकारें कोरोना से लड़ रही हैं।

इस तनाव भरे माहौल में भी अगर कोई मुख्यमंत्री अपनी जनता के डी टी एच के रिचार्ज की चिंता करे। तो उसकी सम्वेदनशीलता की तारीफ किये बिना कोई नहीं रह सकता।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बहुत कम समय मे ट्विटर के ज़रिए लोगों की समस्याएं सुलझाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुआ है। झारखंड के मज़दूरों के छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में फंसे होने पर उसका समाधान सोरेन ने ट्विटर के माध्यम से ही किया। हेमन्त सोरेन को जब भी कोई अपनी समस्या ट्विटर पर बताता है वो अक्सर उसका समाधान करने के निर्देश वहीं से जारी करते हैं।
आज उन्हें झारखंड की दीप्ति अग्रवाल ने ट्विटर पर लिखा कि उनके डीटीएच का रिचार्ज खत्म हो गया है। दीप्ति ने कहा कि अब बच्चे घर मे कैसे टिकेंगे।

हेमन्त उसके बाद इस महिला की परेशानी में शामिल हुए। उन्होंने टाटा स्काई को टैग करते हुए लिखा कि उनके भी दो बच्चें हैं।वे उनकी परेशानी समझ सकते हैं।