मोहम्मद करीमुल्लाह, मधुबनी। बिहार में कानून व्यवस्था की हालत का एक और ‘जीवंत उदाहरण’ सामने आया है, जहां अब अपराधियों से नहीं, पुलिस की गाड़ी से डरने का ज़माना आ गया है। गयाजी के बाद अब मधुबनी में भी पुलिस की गाड़ी ने एक युवक की ज़िंदगी छीन ली। घटना को लेकर इलाके में आक्रोश का माहौल है। लगातार दो दिनों में दो अलग-अलग जिलों में पुलिस गाड़ी से हुई मौतों ने बिहार पुलिस की ज़िम्मेदारी और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

डायल 112 से दो युवकों की मौत

ताजा मामला मधुबनी जिला के मधवापुर थाना अंतर्गत पिरोखर गांव का है। जहां दो शराब तस्कर मोटरसाइकिल से शराब ले कर शराब की तस्करी कर रहे थे। इसी दौरान मधवापुर थाना के डायल 112 के वाहन से शराब तस्कर को पकड़ने की कोशिश को गई। मोटरसाइकिल का पीछा करने के दौरान डायल 112 की गाड़ी से दोनों तस्कर युवक को टक्कर लग गई, जिसमें एक युवक की मौके पर मौत हो गई। वहीं दूसरे ने इलाज के दौरान अपना दम तोड़ दिया।

SP ने ASI को किया सस्पेंड

इस घटना की सूचना जैसे ही मृतक के परिजन को दी गई। इसके बाद ग्रामीणों ने NH 552 पर शव रहकर हाईवे को जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगें। जाम छुड़ाने को लेकर जब मौके पर पुलिस पहुंची तो प्रदर्शनकारियों के द्वारा पुलिस पर पत्थरबाज़ी कर दी गई और पुलिस से हथियार छीनने का भी प्रयास किया गया, जिसके बाद भीड़ को खदड़ने के लिए पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की।

हालांकि मौके पर कई थाने की पुलिस कैंप कर रही है। वही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी योगेन्द्र कुमार के द्वारा एक ASI को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, प्राथमिकी भी दर्ज करने का आदेश भी दिया गया है।

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