मुंबई। ‘ताऊते’ चक्रवात की वजह से तेल खनन के कार्य में लगी कंपनी ओएनजीसी का एक जहाज डूब गया. पापा बार्ज (P-305) पर सवार 273 लोगों में से 180 को बचाया जा चुका है, वहीं बाकी 93 की तलाश की जा रही है. चक्रवात में पापा बार्ज के अलावा ओएनजीसी की तीन और नावें भटक गई हैं, जिसके लिए सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
पापा बार्ज (P-305) मुंबई से करीब 35 नॉटिकल मील दूर डूबा है. बताया जाता है कि जब साइक्लोन आया, तब यह बार्ज बॉम्बे हाई की हीरा ऑयल फील्ड के नजदीक एंकर डाले हुए था. बार्ज का एंंकर टूटने से यह समुद्र में फंस गया. सोमवार रात को इसके डूबने से पहले सवार क्रू लाइफ जैकेट्स पहनकर समुद्र में कूद गया, जिनमें से मंगलवार शाम तक 180 लोगों को बचाया जा चुका था.
बार्ज में सवार लोगों को बचाव के लिए मंगलवार को नौसेना के जहाज, हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर लगाए गए हैं. आईएनएस कोची और कोलकाता के अलावा आईएऩएस बेस, बेतवा और तेग को अभियान में शामिल किया गया. इसके अलावा पी8I और नौसेना के हैलीकॉप्टर अभियान में लगे हुए हैं.
‘ताऊते’ चक्रवात में बॉम्बे हाई में ओएनजीसी के एक ऑफशोर प्लेटफॉर्म्स को दुरुस्त करने में लगे कुल चार वेसल्स चपेट में आए हैं. पालघर से 38 नॉटिकल मील दूर जीएएल कंस्ट्रक्टर पर 137 लोग सवार थे. पापा बार्ज की तरह यह भी समुद्र में भटक गया था, लेकिन सभी क्रू को बचा लिया गया है.
इसके अलावा गुजरात के पीपावाव बंदरगाह से 15-20 नॉटिकल मील दूर स्थित सपोर्ट स्टेशन 3 पर 196 क्रू समेत कुल 220 लोग थे. यह बार्ज भटकने के बाद ऐंकर डालने में कामयाब रहा. सभी क्रू सुरक्षित बताए जा रहे हैं. इसके अलावा पीपावाव से 15-20 नॉटिकल मील दूर सागर भूषण ड्रिलशिप पर मंगलवार शाम तक भटक रहा था. इसमें 101 लोग मौजूद है.
बताया जाता है कि ‘ताऊते’ के चेतावनी के मद्देनजर इन नावों को उनके मास्टर ने सुरक्षित दूर पर कर दिया था, लेकिन चक्रवात के रास्ता बदला और दबाव अचानक कम हो जाने के कारण मुश्किल आ गई. मौसम विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि चक्रवात अक्सर अपना रास्ता बदलते हैं, इसीलिए जब नावों की सुरक्षित दूरी को लेकर फैसला करते समय एरर मार्जिन ध्यान में रखा जाता है.