सत्यपाल राजपूत, रायपुर। ऑनलाइन क्लास साबित सफ़ेद हाथी साबित हो रहा है. रायपुर जिले में 10वीं के 30 प्रतिशत बच्चों को ऑनलाइन क्लास का लाभ नहीं मिल रहा है. वहीं 12वीं के 25 प्रतिशत बच्चे ऑनलाइन क्लास की वजह से पढ़ाई नहीं कर पाए. इसका सबसे बड़ा कारण नेट और मोबाइल नहीं होना है. वहीं विभाग इस कमी को मोहल्ला क्लास से कवर करने का दावा किया है.

वहीं नाम नहीं बताने के शर्त में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने बताया कि मोबाइल, नेट नहीं होने के कारण पढ़ ही नहीं पाए, महीने में एकात बार एक दो शिक्षक आते हैं, लेकिन कोर्स पूरा नहीं हुआ है कैसे परीक्षा देंगे.

पालकों से बातचीत करने पर कहा कि पेट भरने के लिए मुश्किल हो रही है, लेकिन लॉकडाउन में घर में थे. ऐसे में काम धंधा भी बंद था जैसे तैसे परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. ऐसे में कहा से नया मोबाइल ख़रीदे नेट रिचार्ज कैसे कराए.

जिला शिक्षा अधिकारी बंज़ारे ने बताया कि कक्षा के कोई भी विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित न हो, इसके लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं. ऑनलाइन क्लास में 10वीं कक्षा में लगभग 19 हजार छात्र पंजीकृत हैं, जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत छात्र ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई कर रहे हैं और 12वीं कक्षा मैं लगभग 20 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं जिसमें से 75 प्रतिशत विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हैं. साथ ही शिक्षा अधिकारी ने कहा कि बात जो बच्चे छूट रहे हैं उन्हें मोहल्ला क्लास के माध्यम से कवर किया जा रहा है. लोकल कक्षा में ऑनलाइन उपस्थिति कम है.