भारत में सबसे ज्यादा ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) इन तीन मामलों में होती है. जिसमें सबसे पहला- घर बैठे काम, दूसरा- लॉटरी और तीसरा- नकली बैंक एसएमएस से ठगी. इसके अलावा ये ऑनलाइन ठग (con) नए-नए तरीकों से लोगों को लुभावने प्रलोभन देकर भी ऑनलाइन पैसा जमा करवा कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. राहत की बात यह है कि इन मामलों में छत्कातीसगढ़ व्यक्ति जागरूक नजर आ रहा है. इसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड के देश में सबसे कम मामले हुए है.


यूपी में सबसे ज्यादा ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले दर्ज

राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन की रिपोर्ट बताती है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में तीन गुना से भी ज्यादा वृद्धि हुई है. देश के सभी राज्यों में जनसंख्या के अनुपात में छत्तीसगढ़िया ऐसे ठगों के चंगुल में कम ही फंसे हैं. ऑनलाइन ठगी का हब झारखंड के साइबर अपराधी नए-नए शातिराना तरीकों से उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां चुरा रहे हैं. प्रतिदिन बड़ी संख्या में इंजीनियर, डॉक्टर, सरकारी कर्मचारी, सेवानिवृत्त, वकील नेता एवं यहां तक कि पुलिस भी ठगों के चंगुल से बच नहीं पाते. सबसे ज्यादा ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में उत्तरप्रदेश (25484) महाराष्ट्र (18799) और दिल्ली (14661) का नाम सबसे ऊपर आता है, राहत की बात है कि छत्तीसगढ़ में (1907) सबसे कम ऑनलाइन ठगों के शिकार बने हैं.

साइबर फ्रॉड होने पर यहां मिलेगी हेल्प

गृह मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत ऑनलाइन कारोबार करने वाले सारे संस्थानों को उपभोक्ता शिकायत निवारण व्यवस्था करना अनिवार्य है. शिकायत मिलने के एक महीने के भीतर समाधान देने का निर्देश है. इसके लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल भी शुरू किया गया है. साथ ही एक टोल फ्री नंबर-1930 भी जारी किया गया है. केंद्रीय कानून के आधार पर राज्यों में भी ऐसी व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया गया है.

ठगी से ऐसे करें बचाव

फोन पर किसी को भी अपने अकाउंट की जानकारी गलती से भी न दें. अनजान व्यक्ति को कभी भी ओटीपी न बताएं. कोई भी बैंक अधिकारी आपसे ओटीपी नहीं मांगता है. ध्यान रखिए यदि किसी से पैसे लेना हो तो ओटीपी की जरूरत नहीं होती ओटीपी तब चाहिए जब आपको पैसे देने होते हैं. फ्रॉड करने वाले इसकी मदद से बड़ी रकम अकाउंट से गायब कर देते हैं. ठग लोगों के पास लिंक भेजते हैं उसे क्लिक करने पर जो पेज खुलता है वह ठगों द्वारा बनाया गया होता है. इसमें लोग अपने अकाउंट की जानकारी साझा करते हैं और इसकी मदद से लोगों के खाते खाली हो जाते हैं. अनजान व्यक्ति से निजी जानकारी साझा न करें.

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